खुद के अपहरण की साजिश रचने वाला रविकांत थाना बरहन के गांव नगला धौंकल खाण्डा का रहने वाला है। वह आगरा नुनिहाई स्थित रोमसंन्स कम्पनी में मजदूरी का कार्य करता है। 31 जुलाई 2019 को जब वह घर नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई। काफी खोजबीन के बाद परिजनों ने थाना बरहन पुलिस को तहरीर देकर गुमशुदगी दर्ज कराई। 1 अगस्त 2019 को सायं करीब सात बजे परिजनों को मोबाइल नंम्बर 8445088729 से 8279954520 पर कॉल कर अपहरण की बात कहते हुए पांच लाख रूपये की मांग की गई। परिजनों ने 2 अगस्त 2019 को थाना बरहन पुलिस को घटनाक्रम से अवगत कराया। पुलिस ने गुमशुदगी को अपहरण के मुकदमे में दर्ज कर लिया। एसपी सिटी प्रशांत वर्मा ने प्रेसवार्ता के दौरान बताया कि एसएसपी आगरा के निर्देशन में मामले के खुलासे के लिए टीम गठित की गई थी। थानाध्यक्ष बरहन की टीम ने मुखबिर की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए घटनाक्रम का खुलासा किया है।
आईपीएल मैच में सट्टा लगाने के शौक ने थाना बरहन के गांव नगला धौंकल के रहने वाले मजदूर रविकांत को पहले कर्जदार बना दिया। रविकांत प्रत्येक मैच में दाव लगाता था। हर बार मिली हार ने उसे कर्जदार बना दिया। कर्जदारों के आये दिन अब तकादे शुरू हुए तो मजदूर से वह साजिशकर्ता बन गया। साजिश भी ऐसी रची जिसने परिजनों के होश उड़ा दिये। परिजनों की तहरीर और सूझबूझ से सक्रिय हुई थाना बरहन पुलिस ने घटनाक्रम का पटाक्षेप करते हुए साजिश को नाकाम कर दिया। और आरोपित रविकांत कर्जदार से अपराधी बन गया है।
खुद के अपहरण की साजिश में रविकांत ने अपने तीन दोस्तों को भी शामिल किया था। गिरफ्तार साथियों में डोरीलाल और दीपक व गौरव निवासी सतौली मोहल्ला थाना एत्मादपुर शामिल हैं। यह भी मजदूरी का ही कार्य करते हैं।
थानाध्यक्ष बरहन विनोद कुमार ने मुखबिर की सूचना को प्राथमिकता देते हुए इस घटनाक्रम का त्वरित खुलासा करने में सफलता हासिल की है। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त टीवीएस मोटरसाइकिल संख्या यूपी 80 ईई 7849 व फिरौती के लिए इस्तेमाल हुआ मोबाइल फोन व सिम भी बरामद की है।