साल 1910 में आगरा में राधा स्वामी सत्संग सभा, दयालबाग का गठन हुआ था। इस सभा के बाईलॉज के मुताबिक यह 40 सदस्य सत्संग सभा धार्मिक, आध्यात्मिक और शैक्षणिक कार्य करेगी पर रविवार को जिस तरह से इस सभा के अनुयायियों ने पुलिस पर प्रीप्लांड और अजीब हथियारों से हमला किया उसने इसके बाईलॉज को गलत साबित कर गया। दयालबाग का वो इलाका कल आश्रम वेब सीरीज का एक हिस्सा नजर आ रहा था जिसमे गुरूजी के एक इशारे पर हजारो भक्त किसी को भी खत्म करने पर उतारू हो जाते थे।
सोमवार को डीसीपी सिटी कार्यालय पहुंचे एक सत्संगी महिला ने आश्रम वेब सीरीज की तरह ही दयालबाग की पोल खोली। आश्रम की पम्मी बनकर आई सत्संगी महिला ने जो खुलासा किया वह आश्रम वेब सीरीज का ही एक पार्ट लगा। सत्संगी महिला ने कहा कि दयालबाग में राधा स्वामी सत्संग सभा के गुरूजी की अलग ही सरकार और शासन चलाता है। यहां कोई भी कुछ उनके खिलाफ नहीं बोल सकता और जो बोलता है उसकी ह्त्या कर सड़क के निचे दफन कर दिया जाता है। यहां महिलाओं को हमेशा आगे रखा जाता है ताकी विरोधी उनसे उलझ न पाए। आश्रम वेब सीरीज की तरह ही गुरूजी जो कहते हैं वो दयालबाग के राधा स्वामी सत्संग सभा में भी होता है। सभी कोड वर्ड में बात करते हैं।