क्या है मामला मामला तीन साल पुराना है। तब प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार थी। अप्रैल 2016 में आगरा के एत्मादपुर क्षेत्र में एक युवक के साथ मारपीट हुई थी। इसके विरोध में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए एत्मादपुर तहसील में धरना प्रदर्शन हुआ था। इस प्रदर्शन में प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल, राम प्रताप सिंह चौहान भी शामिल हुए। एत्मादपुर पुलिस ने 34 लोगों के खिलाफ धारा 144 के उल्लंघन का मामला दर्ज किया था। इनमें प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल और राम प्रताप सिंह चौहान का नाम भी शामिल था।
इसी मामले में एसपी सिंह बघेल और राम प्रताप सिंह चौहान ने गुरुवार को सीजेएम कोर्ट में सरेंडर किया, दोनों को जमानत दे दी गई।