दिल्ली से गोपालदास नीरज के पार्थिव शरीर को लेकर परिजन आगरा के सरस्वती नगर आए तो उन्हें श्रद्धांजलि देने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। सगे संबंधियों से लेकर साहित्य और राजनेता सहित अधिकारियों की भीड़ आवास पर पहुंची। सुबह करीब दस बजे पूर्व मुख्यमंत्री और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कवि नीरज को विदाई और श्रद्धासुमन अर्पित करने आए। करीब पंद्रह मिनट पर वे शोकाकुल परिवार के साथ रहे। इस दौरान उन्होंने मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा कि कवि नीरज की कविताएं अमर हैं।
सत्ता में आने पर बनाएंगे स्मारक
किसी भी राजनीतिक टिप्पणी पर बयानबाजी से उन्होंने इंकार करते हुए कहा कि सत्ता में आने के बाद इटावा में उनकी स्मृति में स्मारक बनाया जाएगा। अखिलेश यादव ने कहा कि कवि नीरज से उनके पारिवारिक संबंध बहुत पुराने हैं। यश भारती पुरस्कार से लेकर तमाम बातों पर वे अपनी राय बेबाकी से रखते थे। कवि नीरजजी साहित्य जगत में एक बड़ा नाम है। इटावा में वे जन्मे थे। इटावा में लायन सफारी की तर्ज पर ही महान कवि की स्मृति में ऐसा स्मारक बनाया जाएगा जिससे देश ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लोगों को पहचान मिलेगा। अखिलेश यादव ने कहा कि महाकवि का जाना पूरे जगत के लिए क्षति है।