इस सम्बन्ध में युवाओं ने सवाईमाधोपुर जिला कलक्टर को ज्ञापन देकर और धरना प्रदर्शन कर विरोध प्रदर्शन किया है। उनका कहना है कि बीएसटीसी डिग्री धारक युवाओं का तो बिल्कुल रोजगार ही छीन गया है। इस आरक्षण से उनका कॅरियर समाप्त हो जाएगा। बीएसटीसी डिग्री धारक युवा केवल तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती में ही आवेदन कर सकता है। महिला सशक्तिकरण आरक्षण का विरोध करते हुए दिनेश कर्ण, कृष्णावतार जांगिड़ सहित युवाओं ने सरकार को चेतावनी भी दी है कि यदि राजस्थान सरकार ने 30 जून तक निर्णय वापस नहीं लिया तो युवाओं को मजबूरन आन्दोलन की राह पर उतरना पड़ेगा।