यह कहा डीएम ने मुख्यमंत्री राहत कोष से वर्ष 2018 में कैंसर और किडनी रोग से पीड़ित मरीजों के लिए 93 लाख 35 हजार रुपये दिए गए थे। पिछले साल 2019 में यह मदद दोगुनी हो गई थी। पिछले साल ऐसे 29 मरीजों के लिए एक करोड़ 82 लाख 11 हजार रुपये दिए गए। यह धनराशि अस्पतालों के खाते में भेजी गई। मुरादाबाद (Moradabad) के डीएम (DM) राकेश कुमार सिंह का कहना है कि मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक रूप से कमजोर रोगियों की मदद की जाती है। दो साल में जो भी आवेदन आए हैं, उनको मदद दिलाने का प्रयास किया गया है। सरकार की योजना का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचेाने की कोशिश की जाती है।
ऐसे करें आवेदन मुख्यमंत्री राहत कोष से आर्थिक मदद लेने के लिए डीएम को प्रार्थना पत्र देना होता है। इसमें रजिस्टर्ड अस्पताल रोगी से संबंधित खर्च का प्रस्ताव बनाकर भेजता है। इस प्रस्ताव के साथ ही रोगी के आवेदन की तहसील स्तर के अधिकारियों से जांच कराई जाती है। फिर इसको शासन को भेजा जाता है। डीएम और अस्पताल की रिपोर्ट के आधार पर अस्पताल के खाते में इलाज की रकम डाल दी जाती है।