सतना रेलवे को 43 लाख का घाटा
इटारसी अग्निकांड,दो माह में घटे 67 हजार यात्री, आय का भी गिरा ग्राफ,वित्तीय वर्ष की शुरुआत के दो माह में ए ग्रेड स्टेशन का खराब प्रदर्शन
सतना
इटारसी आरआरआई अग्निकांड विंध्य के ए ग्रेड रेलवे स्टेशन को दो माह में 43 लाख रुपए का चूना लगा गया। जून और जुलाई माह में रेलवे स्टेशन से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में 67 हजार की गिरावट दर्ज की गई। वित्तीय वर्ष की शुरुआत के दो माह में ए ग्रेड स्टेशन के रिकॉर्ड में खराब प्रदर्शन दर्ज किया गया।
मुंबई रेलखंड के प्रमुख स्टेशन इटारसी आरआरआई में बीते 17 जून को आग लगने से दो माह तक रोजाना दर्जनों ट्रेनें रद्द हुईं। विंध्य के एक मात्र प्रमुख स्टेशन सतना जंक्शन के वाणिज्य विभाग द्वारा जुटाए गए आंकड़ें बताते हैं, वर्ष 2015-16 की वित्तीय वर्ष की शुरुआत यानी अप्रैल माह में सतना स्टेशन से 3.16 लाख यात्रियों ने सफर किया, जिससे 3.72 करोड़ रुपए अर्जित किए गए। मई माह में 3.58 लाख यात्रियों ने रेल सफर किया, इसमें 42 हजार यात्रियों की संख्या बढ़ी तो 4.31 करोड़ रुपए कमाए, इस माह आय के ग्राफ में 59 लाख का इजाफा दर्ज किया गया। लेकिन जून माह में ग्राफ घटा और यात्रियों की संख्या में 15 हजार की गिरावट दर्ज की गई, यहां से सिर्फ 3.43 लाख यात्रियों ने ही सफर किया, आय 28 लाख रुपए घटकर 4.03 करोड़ रुपए पर आकर सिमट गई। कमोबेश कुछ यही हाल जुलाई माह का भी रहा। वाणिज्य विभाग के मुताबिक, जुलाई माह में यात्रियों की संख्या 52 हजार तक घटी और सफर करने वाले यात्रियों की संख्या 2.91 लाख और आय में 15 लाख रुपए की गिरावट दर्ज करते हुए आंकड़ा 3.88 करोड़ रुपए पर पहुंचा है। जून और जुलाई माह यानी दो माह में 43 लाख रुपए का नुकसान रेलवे के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अफसर बताते हैं, आने वाले महीनों में यह ग्राफ सुधरना बहुत मुश्किल है।
मई माह ने दी राहत
वित्तीय वर्ष की शुरुआत के दूसरे महीने मई में रेलवे अफसरों को खासी राहत दी। अप्रैल माह की अपेक्षा मई माह में सतना से कुल 3.58 लाख यात्रियों ने सफर किया, जिनसे चार करोड़ 31 लाख रुपए की आय हुई। इसके बाद से आय का ग्राफ घटता ही गया। वहीं वर्ष 2014-15 जुलाई की बात करें तो इस दौरान 42 हजार अधिक यात्रियों ने सतना से सफर किया और 29 लाख रुपए अतिरिक्त आय अर्जित की। लेकिन जुलाई 2015-16 में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार नुकसान उठाना पड़ा।
अगस्त माह भी दे गया झटका
वाणिज्य अफसरों के अनुसार, ट्रेनों के रद्द रहने से नुकसान का सिलसिला अभी बना रहेगा। क्योंकि जब इटारसी आरआरआई में अग्निकांड हुआ तब भी मुंबई रूट की दर्जनों ट्रेनें रोज रद्द हो रहीं थी और अभी उस झटके से उबरे भी नहीं थे,फिर हरदा के समीप कालीमाचक पुलिया रेलवे ट्रैक बह गया। इस दौरान भी 10 दिन तक दो से तीन दर्जन तक लंबी दूरी की ट्रेनें रद्द हुईं हैं। इस माह भी प्रदर्शन सुधरने की कोई उम्मीद नहीं है।
फैक्ट फाइल
वर्ष यात्री रकम
2015-16 (लाख में) (करोड़ में)
अप्रैल 3.16 3.72
मई 3.58 4.31
जून 3.43 4.05
जुलाई 2.91 3.88
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