चीनी मीडिया ने भी शनिवार को बताया कि राष्ट्रपति जिनपिंग की केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और तजाकिस्तान और तुर्कमेनिस्तान के नेताओं के अलावा स्पेन के किंग से बातचीत हुई। चीन और पाकिस्तान के रिश्तों में यह नया मोड़ तब आया है जब मई के आखिर में बलूचिस्तान में अपहृत दो चीनी नागरिकों की हत्या कर दी गई। इसको लेकर चीन में काफी आक्रोश है। एक दिन पहले ही आतंकी संगठन आईएस ने इनको मारने का दावा किया था। इसके बाद चीन की ओर कहा गया कि यह बहुत ही चिंताजनक है।
हत्या से चीन में आक्रोश का माहौल चीन के राष्ट्रपति द्वारा अप्रत्याशित रूप से की गई पाक प्रधानमंत्री की उपेक्षा की वजह चीन के उन दो नागरिकों की हत्या है जिन्हें पिछले महीने बलूचिस्तान के क्वेटा से अगवा किया गया था और फिर उनकी हत्या कर दी गई। चीन में इसे लेकर गहरी निराशा और आक्रोश का माहौल है। दोनों चीनी नागरिकों की आईएस आतंकियों ने नृशंस तरीके से हत्या की थी।
सीपेक से कोई संबंध नहीं दोनों की हत्या की खबर को 8-9 जून को हुए एससीओ सम्मेलन से ठीक पहले सार्वजनिक की गई थी। चीन के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने शुक्रवार को दावा किया था कि इन दोनों हत्याओं का चीन-पाक आर्थिक गलियारे (सीपेक) से कोई संबंध नहीं है जिसका बलूचिस्तान के लोग विरोध कर रहे हैं।