इतने सालों तक कैसे खुद को जिंदा रख पाए टिन्निसवुड
टिन्निसवुड के परिवार में उनकी बेटी सुसान, चार पोते-पोतियां हैं। वो 3 बच्चों के परदादा थे। टिन्निसवुड की शादी 1942 में हुई थी। वे अपनी पत्नी से एक डांस पार्टी में मिले थे। 1986 में उनकी पत्नी की मौत हो गई थी। टिन्निसवुड ने गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि वे अपनी बढ़ती उम्र के बावजूद केयर होम में काफी स्वतंत्र जीवन जी रहे हैं । वे समाचार के लिए रेडियो सुनते हैं, बिना किसी की मदद के बिस्तर से उठते हैं और अपने वित्तीय मामलों का प्रबंधन खुद करते हैं। उन्होंने ये भी कहा कि उनके आहार में एकमात्र नियमित भोजन हर शुक्रवार को मछली और चिप्स खाना था। उन्होंने इंटरव्यू में कहा कि “मैं वही खाता हूँ जो वे मुझे देते हैं और बाकी सभी भी यही करते हैं। मेरा कोई विशेष आहार नहीं है।” GWR के मुताबिक वे एक बुद्धिमान, निर्णायक, साहसी, किसी भी संकट में शांत रहने वाले, गणित में प्रतिभाशाली और एक अच्छे वक्ता थे। उन्होंने रॉयल मेल में नौकरी करने से पहले द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान रॉयल आर्मी पेस कॉर्प्स में सेवा की। 1972 में सेवानिवृत्त होने से पहले उन्होंने तेल और गैस की दिग्गज कंपनियों बीपी और शेल के लिए एकाउंटेंट के रूप में भी काम किया।