माना जा रहा है कि हैरिस के मंत्रिमंडल में राजनीतिक, भौगोलिक और नस्लीय दृष्टि से विभिन्न पृष्ठभूमि के ज्यादा लोग शामिल होंगे। साथ ही, हैरिस यह संदेश भी देना चाहेंगी कि उनका प्रशासन बाइडन के प्रशासन से पूरी तरह अलग नहीं है। पर एक बात साफ है। दोनों ही राष्ट्रपति दावेदारों ने जिस तरह से अपनी चुनावी प्रचार में भारतीयों को जगह दी है, उससे साफ है कि उनकी टीम में भारतीय चेहरों को जगह मिलना तय है।