ये बड़ी धांधली है और जज भी भ्रष्टाचारी है- ट्रंप (Donald Trump)
खुद को दोषी करार दिए जाने के बाद जब डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) कोर्ट से बाहर निकले तो मीडिया से उनका सामना हुआ। मीडिया से उन्होंने इस बारे में पहला बयान दिया और कहा कि “जो मुझ पर फैसला सुनाया गया है वो एक धांधली है अपमानजनक है। असली फैसला तो जनता 5 नवंबर को सुनाएगी। वो अच्छी तरह जानते हैं कि क्या हुआ है और हर कोई जानता है यहां क्या हुआ है।” डोनाल्ड ट्रंप यहीं नहीं रुके उन्होंने ये फैसला सुनाने वाले जज को भी भ्रष्टाचारी बता दिया औऱ कहा कि जज ने भी पैसे लेकर उनके खिलाफ ये फैसला सुनाया है। उन्हें पूरी तरह फंसाया जा रहा है।
11 जुलाई को होगी सज़ा
बता दें कि कोर्ट डोनाल़्ड ट्रंप को 11 जुलाई को फैसला सुनाएगा। जो कि अमेरिका के चुनाव (US Presidential Elections 2024) के लिहाज से अहम है क्योंकि 11 जुलाई के कुछ दिन बाद ही मिल्वौकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन होना है। जिसमें ट्रंप के उनके समर्थन में GOP यानी ग्रांड ओल्ड पार्टी के नेता उन्हें अपना औपचारिक तौर पर राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित करते।क्या ट्रंप लड़ सकते हैं चुनाव?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) खुद को फिर से व्हाइट हाउस में देखना चाहते हैं इसके लिए वो 5 नवंबर को होने वाले अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की जी तोड़ तैयारी कर रहे हैं। प्राइमरी इलेक्शन में उन्होंने बंपर जीत हासिल की है। हालांकि अब जब उन्हें दोषी करार दिया गया और सजा भी सुनाई जानी है तो भी उनके चुनाव लड़ने पर रोक नहीं लगाई जा सकती है। क्योंकि अमेरिका के राष्ट्रपति उम्मीदवार का नियम भारत की तरह सख्त नहीं है। यहां पर नियमों के मुताबिक उम्मीदवार … 1- संयुक्त राज्य अमेरिका में जन्मा व्यक्ति हो 2- अमेरिका की ही नागरिकता हो 3- कम से कम 35 वर्ष का हो 4- 14 सालों से संयुक्त राज्य अमेरिका के निवासी हो
ये अमेरिका के राष्ट्रपति बनने की योग्यता है जिसमें अपराधिक छवि का कहीं कोई जिक्र नहीं है और ना ही क्रिमिनल की वजह से अयोग्यता इसमें शामिल है। ऐसे में जो कोई भी इन जरूरतों को पूरा करता है वो राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर सकता है।
एक बार जब कोई राष्ट्रपति उम्मीदवार अपने चुनाव अभियान के लिए 5,000 डॉलर से ज्यादा फंड जुटाता है या खर्च करता है तो उसे संघीय चुनाव आयोग के साथ रजिस्ट्रेशन करना होता है। इसमें फंड जुटाने और खर्च करने के लिए एक अहम अभियान समिति का नोमिनेशन भी शामिल है। यानी डोनाल्ड ट्रंप अभी भी चुनाव लड़ सकते हैं और वो सजा काटने के दौरान भी चुनाव लड़ सकते हैं और अगर जीत जाते हैं तो राष्ट्रपति भी बन सकते हैं।