यमन में भूख से मर रहे बच्चे
हार्नेस ने कहा कि अरब प्रायद्वीप के सबसे गरीब देश यमन में कुपोषित बच्चों की संख्या सबसे ज्यादा है। यहां पर बीते 10 सालों से गृह युद्ध चल रहा है। जिसने यमन की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है। यहां पर लाखों लोग जीवन की बुनियादी जरूरतों के लिए भी मदद की आस में है। यमन आज अपने अस्तित्व को बचाने के लिए ही जूझ रहा है। संयुक्त राष्ट्र की तरफ से चेतावनी देते हुए हार्नेस ने कहा कि (UN on attack of Israel on Yemen) यमन में संयुक्त राष्ट्र ये सुनिश्चित करना चाहता है कि यमन के बंदरगाह का इस्तेमाल सिर्फ अंतरराष्ट्रीय कानून के मुताबिक सिर्फ यहां के नागरिक कीजरूरतों को पूरा करने के लिए जाए ना कि वहां पर हमले कर उसे नष्ट किया जाए और इन जरूरतों की पहुंच में बाधा बना जाए।
क्यों जरूरी है सना एयरपोर्ट और होदेइदाह बंदरगाह?
बता दें कि यमन का सना एयरपोर्ट मानवीय मदद पहुंचाने के लिए एक अहम केंद्र है। इस एयरपोर्ट के नष्ट होने से अंतर्राष्ट्रीय सहायता संचालन तो प्रभावित होगा ही साथ ही यमन के लोगों की जिंदगी बचाने के लिए जो मेडिकल सहायता भेजी जाती है वो भी बंद हो जाएगी। सना एयरपोर्ट के अलावा होदेइदाह बंदरगाह भी यमन का एक बहुत जरूरी केंद्र है। क्योंकि यहीं से देश का 80% भोजन और 95% मेडिकल सेवाएं भेजी जाती हैं। इजरायल के किए हवाई हमलों में बड़े जहाजों को रास्ता दिखाने वाले टग नष्ट हो गए जिससे इस पोर्ट की क्षमता 50% कम हो गई है।
हूती विद्रोहियों के कब्जे में पहले ही UN कर्मी
हार्नेस ने कहा कि पहले ही हूती विद्रोहियों के कब्जे में संयुक्त राष्ट्र के 17 कर्मचारी हैं। संयुक्त राष्ट्र इन कर्मियों की रिहाई के लिए सना (यमन की राजधानी) में हूती विद्रोहियों से बातचीत कर रहा है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र के 3000 कर्मचारी यमन में काम कर रहे हैं। कई कर्मी तो फील्ड मिशन में जाने से भी कतराते हैं। जिससे नागरिकों तक सहायता पहुंचाने में काफी मुश्किलें आती हैं।यमन से मिसाइल छोड़े जाने के बाद इजरायल ने किया हमला
बता दें कि इजरायली सेना ने पुष्टि की है कि दो दिन पहले यमन से हूती विद्रोहियों ने एक मिसाइल इजरायल पर दागी, जिसके जवाब में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हूती विद्रोहियों को हमास और हिजबुल्लाह की तरह खत्म करने की कसम खाई। इसके बाद ही इजरायल ने यमन में हूती विद्रोहियों को खत्म करने के लिए बमबारी (Israel attack on Houthi Rebel) शुरू कर दी। इज़रायली युद्धक विमानों ने यमन की राजधानी सना में अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के साथ-साथ लाल सागर तट पर बने बंदरगाहों और बिजलीघरों पर भी हमला किया, जिसमें 4 लोगों की मौत हो गई।इजरायल के दुश्मन हैं हूती विद्रोही
दरअसल अक्टूबर 2023 में जब इजरायल ने हमास के खिलाफ गाजा में युद्ध शुरू किया था, उसके कुछ समय बाद ही हूती विद्रोहियों ने इज़रायल और अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लेन पर हमला करना शुरू कर दिया था। हूती विद्रोहियों का कहना था कि वे ये युद्ध जारी रहने तक ऐसे ही हमले करते रहेंगे। इधर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने यमन में इज़रायली हवाई हमलों की आलोचना की है। इजरायल पर उन्होंने कहा कि वे ये दुश्मनी बढ़ने को लेकर चिंता में हैं। इजरायल के ये हमले पहले से ही युद्धग्रस्त देश में मानवीय कार्यों के लिए एक गंभीर जोखिम पैदा कर रहे हैं।