स्वीडन की राह में तुर्की कैसे बन रहा है रोड़ा?
किसी भी नए देश के नाटो का मेंबर बनने के लिए मौजूदा सभी मेंबर्स की सहमति ज़रूरी होती है। तुर्की ही नाटो का एकमात्र ऐसा मेंबर देश है जिसने अभी तक स्वीडन के नाटो में शामिल होने को ग्रीन सिग्नल नहीं दिया है।
स्वीडन के नाटो में शामिल होने की उम्मीद रखने पर तुर्की के राष्ट्रपति ने दिया बयान
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन (Recep Tayyip Erdoğan), जो कुछ समय पहले ही 11वीं बार देश के राष्ट्रपति बने हैं, ने स्वीडन की नाटो में शामिल होने की उम्मीद रखने पर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। लिथुआनिया (Lithuania) के शहर विल्नियस (Vilnius) में अगले महीने नाटो का सम्मेलन आयोजित होगा।
इस बारे में बात करते हुए एर्दोगन ने कहा, “अगले महीने विल्नियस में नाटो का सम्मेलन आयोजित होगा। अगर अल्लाह की इच्छा रहती है और कुछ असाधारण नहीं होता, तो मैं इस सम्मेलन में ज़रूर हिस्सा लूंगा। स्वीडन की नाटो में शामिल होने की उम्मीदें हैं, पर इसका यह मतलब नहीं कि हम उनकी उम्मीदों को पूरा करेंगे।”