विदेश

इस देश में 43% पंजाबी तो 20% लोग बोलते हैं हिन्दी, भारतीयों ही नहीं, भारतीय भाषाओं का भी है बोलबाला

Indian languages: कनाडा में पंजाबी और हिंदी के बाद गुजराती भारतीय प्रवासियों के बीच तीसरी सबसे आम भाषा बन गई है।

नई दिल्लीOct 28, 2024 / 12:09 pm

M I Zahir

Indians In Canada

Indian languages : कनाडा की अनुकूल आप्रवासन नीतियों के कारण गुजराती बोलने वालों की संख्या में वृद्धि हुई है। तुलनात्मक रूप से, पंजाबी ( Punjabi ) भाषी लगभग 43% यानि 75,475 लोग अप्रवासियों के साथ सबसे आगे रहे। जबकि लगभग 20% यानि 35,170 लोग हिंदी ( Hindi ) भाषी भी कनाडा में बस गए। यह प्रवृत्ति गुजराती-भाषी आबादी के विकास पथ को उजागर करती है। सन 2011 से 2021 के बीच गुजराती भाषियों की संख्या में 26% की बढ़ोतरी हुई है, जो दूसरा सबसे बड़ा इज़ाफ़ा है। इसके बाद 15,440 लोग मलयालम और 13,835 बंगाली भाषा बोलने वाले रहे। वहीं सन 2016 से 2021 तक इस अवधि के दौरान 22,935 व्यक्ति आए, जो 26% गुजराती भाषी अप्रवासी आए। कनाडा ( Canada) में भारतीय आप्रवासियों के बीच भाषाई परिदृश्य विविधता से भरा हुआ है, जिसमें गुजराती (Gujarati ) तीसरी सबसे बोली जाने वाली भाषा के रूप में उभरी है। आइए शीर्ष तीन भारतीय भाषाओं पर करीब से नज़र डालते हैं:

पंजाबी : कनाडा में सबसे अधिक बोली जाने वाली भारतीय भाषा

पंजाबी कनाडा में सबसे अधिक बोली जाने वाली भारतीय भाषा है। इसका मुख्य कारण पंजाब क्षेत्र से आने वाली शुरुआती आव्रजन लहरें हैं, विशेष रूप से 1960 और 1970 के दशक में, जब कनाडा ने अधिक खुली आव्रजन (immigration)नीतियां स्थापित कीं। पंजाबी समुदायों ने वैंकूवर और टोरंटो जैसे शहरी क्षेत्रों में फल-फूल किया है, और वे सांस्कृतिक जीवन में महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं, जैसे व्यवसाय, त्योहार और सामुदायिक संगठन। पंजाबी मीडिया, जिसमें टेलीविजन, रेडियो और समाचार पत्र शामिल हैं, ने इस भाषा की स्थिति को और मजबूत किया है।

हिन्दी : कनाडा में दूसरी सबसे अ​धिक बोली जाने वाली भारतीय भाषा

हिन्दी कनाडा में दूसरी सबसे अ​धिक बोली जाने वाली भारतीय भाषा है। हिंदी बोलने वालों की संख्या में वृद्धि हाल के आव्रजन पैटर्न और बॉलीवुड की वैश्विक प्रसिद्धि के कारण हुई है, जिसने भाषा और संस्कृति में रुचि बढ़ाई है। हिंदी बोलने वाले समुदाय विविध हैं, जिसमें भारत के विभिन्न हिस्सों से प्रवासी शामिल हैं, जैसे उत्तरी क्षेत्र और फिजी जैसे देशों से प्रवासी। हिंदी स्कूलों और सांस्कृतिक संगठनों की स्थापना ने युवा पीढ़ियों के बीच भाषा को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

गुजराती : कनाडा में तीसरी सबसे सामान्य भारतीय भाषा

पंजाबी और हिंदी के बाद, गुजराती कनाडा में तीसरी सबसे सामान्य भारतीय भाषा बन गई है। गुजराती बोलने वालों की संख्या में वृद्धि का मुख्य कारण कनाडाई आव्रजन नीतियाँ हैं, जो गुजरात से कुशल श्रमिकों और उद्यमियों को प्रोत्साहित करती हैं। जैसे-जैसे गुजराती समुदाय बढ़ता है, इसका सांस्कृतिक प्रभाव भी बढ़ता है, जिसमें विभिन्न त्योहार, भोजन और व्यवसाय शामिल हैं, जो बहुसांस्कृतिक परिदृश्य को समृद्ध करते हैं। गुजराती भाषा और संस्कृति के लिए समर्पित संगठन नए आव्रजकों को कनाडा में जीवन को अपनाने में सहायता करते हैं और सामुदायिक संबंधों को बढ़ावा देते हैं।

भाषाएं और संस्कृतियां : एक नजर

बहरहाल इन भाषाओं की वृद्धि व्यापक आव्रजन प्रवृत्तियों और कनाडाई समाज का गतिशील स्वभाव दर्शाती है।कनाडा एक बहुभाषी समाज है, जहां विभिन्न भाषाएं और संस्कृतियाँ एक साथ coexist करती हैं। यह विविधता कनाडाई पहचान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आबादी की भाषा संबंधी सांख्याएँ जनगणना के आंकड़ों पर आधारित होती हैं, जो हर पांच साल में आयोजित की जाती हैं। 2021 की जनगणना में, लगभग 56% लोग अंग्रेजी, और 21% लोग फ्रेंच बोलते हैं। जैसे-जैसे अधिक आप्रवासी कनाडा में बसते हैं, वे समृद्ध बहुसांस्कृतिक (multiculturalism) ताने-बाने में योगदान करते हैं, अपनी भाषाएँ और संस्कृतियाँ लाते हैं, जो इस नए संदर्भ में फल-फूलती और विकसित होती रहती हैं। कनाडा में 200 से अधिक भाषाएँ बोली जाती हैं। सांस्कृतिक और ऐतिहासिक कारणों से, कई प्रवासी समुदाय अपनी मातृभाषाएँ बनाए रखते हैं, जिससे भाषाई विविधता बढ़ती है।
ये भी पढ़ें: अद्भुत है दुबई का ये म्यूजियम, हैरान कर देंगी यहां पर रखीं ये चीज़ें

Iran की क़ैद में नोबल पुरस्कार विजेता नरगिस की बढ़ाई गई सज़ा, जानिए क्यों हैं जेल में बंद

संबंधित विषय:

Hindi News / world / इस देश में 43% पंजाबी तो 20% लोग बोलते हैं हिन्दी, भारतीयों ही नहीं, भारतीय भाषाओं का भी है बोलबाला

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.