विद्रोहियों ने कहा- अत्याचारी तानाशाह से सीरिया को किया आजाद
विद्रोहियों ने कहा कि “अत्याचारी बशर अल-असद भाग गए हैं। हम दमिश्क को तानाशाह बशर अल-असद से मुक्त घोषित करते हैं।” बता दें कि विद्रोहियों ने पहले राजधानी दमिश्क में प्रवेश करने और दमिश्क के उत्तर में कुख्यात सैदनाया सैन्य जेल पर नियंत्रण करने का दावा किया था। रिपोर्ट में एक सैन्य संचालन कमान के पोस्ट का हवाला देते हुए कहा गया है कि “हम दमिश्क शहर को तानाशाह बशर अल-असद से मुक्त घोषित करते हैं। पूरी दुनिया में विस्थापितों के लिए, एक स्वतंत्र सीरिया आपका इंतजार कर रहा है।”लोगों से सीरिया के बारे में सोचने की अपील
सीरिया की सरकार समर्थक शाम FM रेडियो स्टेशन ने बताया कि आतंकवादियों ने होम्स के उत्तरी भाग में अल-रस्तान और टेल बिसा शहरों में घुसपैठ की है। हालांकि सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने इन खबरों का खंडन करते हुए कहा है कि “होम्स सिटी और उसके आस-पास के इलाकों से सीरिया की सेना की किसी भी इकाई की वापसी के बारे में जो खबरें फैलाई जा रही हैं वो सच नहीं है। प्रधानमंत्री मोहम्मद गाजी अल-जलाली ने कहा कि वो अपना घर नहीं छोड़ेंगे क्योंकि वो सार्वजनिक संस्थान काम करना जारी रखेंगे। अल-जलाली ने कहा कि “मैं सभी से इस बारे में सोचने और सीरिया के बारे में सोचने की अपील कर रहा हूं।” उन्होंने कहा कि उन्होंने विद्रोही गुटों की तरफ हाथ बढ़ाया है उन्होंने कहा है कि वे इस देश से जुड़े किसी भी शख्स को नुकसान व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।”सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें उम्मायद स्क्वायर में कई लोग एक सैना के टैंक पर खड़े होकर जश्न मनाते हुए और गाना गाते हुए नजर आ रहे हैं।
ये रहा पूरा घटनाक्रम
5 दिसंबर को सीरियाई सेना कमान ने कहा कि आतंकवादियों ने हमा शहर के कई इलाकों में घुसपैठ कर ली है। अब सरकारी बलों को शहर के बाहर फिर से तैनात कर दिया गया है। 7 दिसंबर को, सीरियाई रक्षा मंत्रालय ने ऐलान किया कि देश के दक्षिण में कार्यरत सैन्य इकाइयों को सेना की रणनीतिक योजना के मुताबिक फिर से संगठित किया जा रहा है। इसके बाद शनिवार को बेरूत में ईरान के दूत ने इस पूरे घटनाक्रम को पूरे इलाके के लिए खतरा बता दिया है। ईरान ने सीरिया को इन विद्रोही गुटों से लड़ने के लिए दी जाने वाली सहायता को भी कम करने की धमकी दी है। ईरान ने पूर्वी सीरिया में तैनात अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी वापस बुला लिया है। ईरानी पक्ष ने सीरियाई सैनिकों पर पीछे हटने का आरोप लगाया है।
इस बीच, कतर, सऊदी अरब, जॉर्डन, मिस्र इराक, रूस, तुर्की और ईरान ने सीरिया में दुश्मनी खत्म करने के लिए अपना समर्थन जताया है ताकि दोहा में सीरिया संकट पर उनकी बैठक के बाद जारी एक संयुक्त बयान के मुताबिक रूस ने अपने नागरिकों से सीरिया छोड़ने का आग्रह किया।