क्यों हुए मध्यावधि चुनाव
मार्क्सवादी विचारधारा वाले दिसानायके ने राष्ट्रपति चुने जाने के कुछ दिन बाद 24 सितंबर को संसद भंग कर दी ताकि आम चुनाव का रास्ता साफ हो सके। चुनाव इसलिए जरूरी हो गया क्योंकि उनकी जनता विमुक्ति पेरमुना (जेवीपी) और उसके नेतृत्व वाले गठबंधन नेशनल पीपुल्स पावर (एनपीपी) की नीतियों और कार्यक्रमों को संसद की मंजूरी मिल सके। पिछली संसद में, उनकी पार्टी के पास कुल 225 में से केवल तीन सांसद थे। जिनका पांच साल का कार्यकाल अगस्त 2025 में खत्म होने वाला था। अपनी नीतियों को आगे बढ़ाने के लिए दिसानायके को नए जनादेश की जरूरत थी।
कैसे आगे बढ़ेगी चुनाव प्रक्रिया
मतदाता आनुपातिक प्रतिनिधित्व प्रणाली के तहत 22 निर्वाचन क्षेत्रों से संसद के लिए 196 सदस्यों का सीधे चुनाव करते हैं। शेष 29 सीटें प्रत्येक पार्टी द्वारा प्राप्त द्वीप-व्यापी आनुपातिक वोट के अनुसार आवंटित की जाएंगी। मतदाता अपनी पसंद की पार्टी से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों के लिए अधिकतम तीन वरीयता वोट डाल सकता है।
कैसे होगा मतदान, कब आएगा नतीजा
मतदान स्थानीय समयानुसार सुबह 7 बजे शुरू होगा और शाम 4 बजे समाप्त होगा, इसके तुरंत बाद मतगणना शुरू होगी। चुनाव आयोग औपचारिक रूप से विजेता पार्टी की घोषणा संभवतः शुक्रवार को करेगा। इसके तुरंत बाद मंत्रिमंडल का गठन होने की उम्मीद है और 21 नवंबर को अध्यक्ष का चुनाव करने के लिए नई संसद बुलाई जाएगी। चुनाव में खास क्या
1- 1.71 करोड़ पात्र मतदाता
2- 10 लाख लोग पहली बार डालेंगे वोट
3- 225 सदस्यीय है संसद
4- 05 वर्ष का है सांसदों का कार्यकाल
5- 9 हजार प्रत्याशी आजमा रहे किस्मत