महिलाओं और बच्चों को भी नहीं बख्शा
इस आतंकी हमले हमले के प्रदत्क्षदर्शी मीर हुसैन ने कहा कि उन्होंने चार बंदूकधारियों को एक वाहन से निकलते और बसों और कारों पर गोलीबारी शुरू करते देखा। गोलीबारी लगभग 40 मिनट तक चलती रही। उन्होंने कहा, मैंने महिलाओं की चीखें सुनीं, लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे। सुन्नी बहुल पाकिस्तान में शिया मुसलमान लगभग 15 प्रतिशत हैं, जिसका समुदायों के बीच सांप्रदायिक दुश्मनी का इतिहास रहा है।
बीते 8 सालों में सबसे बड़ा आतंकी हमला
बता दें कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी और मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना जताई थी। इस साल पाकिस्तान में आतंकी हमलों की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। खासतौर पर बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा जैसे अशांत प्रांतों में। ये हमला भी खैबर पख्तूनख्वा में हुआ। इस हमले को पिछले आठ सालों में पाकिस्तान का सबसे बड़ा आतंकवादी हमला माना जा रहा है।