आखिर क्या है मामला?
दरअसल पाकिस्तान से हर साल सऊदी अरब की हज यात्रा (Hajj) में सैकड़ों लोग आते हैं। लेकिन सऊदी अरब की सरकार ने एक बड़ा खुलासा करते हुए कहा है कि पाकिस्तान इन हज यात्रिय़ों की आड़ में आधे से ज्यादा चोर-लुटेरे और भिखारी भेज रहा है। जिसकी वजह से सऊदी अरब में भिखारियों की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि ये मुल्क परेशान हो उठा है। क्य़ोंकि इन भिखारियों की वजह से सऊदी में अपराध मामलों की भी बढ़ोतरी हुई है। पाकिस्तान के एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब के अधिकारियों ने पाकिस्तान को साफ-साफ लहजे में ये चेतावनी दे दी है कि अगर पाकिस्तान ने सऊदी में भिखारियों को भेजना बंद नहीं किय़ा तो वो पाकिस्तानी उमराह और हज यात्रियों की संख्या और ज्य़ादा कटौती करेगा, या फिर एक भी हज यात्री को आने की परमिशन देगा ही नहीं।
अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी हज मंत्रालय ने पाकिस्तान के धार्मिक मामलों के मंत्रालय को चेतावनी दी है, जिसमें पाकिस्तानी भिखारियों को उमराह वीजा के तहत सऊदी अरब में आने से रोकने के लिए कार्रवाई करने को कहा है।
अब क्या करेगा पाकिस्तान?
रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी की चेतावनी के बाद पाकिस्तान ने आनन-फानन इसकी सुध ली और मुल्क के धार्मिक मामलों के मंत्रालय ने ‘उमरा अधिनियम’ लागू करने का फैसला लिया है। इस नए अधिनियम से पाकिस्तान के उमरा यात्राओं की सुविधाएं देने वाली ट्रैवल एजेंसियों को विनियमित करना और उन्हें कानूनी निगरानी के अधीन लाना है। वहीं मंत्रालय ने पाकिस्तानी सरकार से उमराह और हज यात्रा की आड़ में भिखारियों को सऊदी अरब जाने से रोकने के तरीके बताने को भी कहा है।