अब क्या करेंगे पाक के वज़ीरे आज़म?
गौरतलब है कि पाकिस्तान अब तक कश्मीर मुद्दे (Kashmir Issue) को लेकर संयुक्त राष्ट्र के तत्वाधान में जनमत संग्रह का राग अलापता रहा है। लेकिन, भारत शुरू से ही इस मुद्दे को लेकर द्विपक्षीय बातचीत का समर्थन करता है। हालांकि, आतंकवाद को लेकर भारत और पाकिस्तान (India-Pakistan Relationship) में पिछले कई साल से राजनयिक संबंध निचले स्तर पर हैं।
शाहबाज़ को अरब का साथ तो नहीं लेकिन बधाई मिली
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ (Shahbaz Sharif) को कश्मीर मुद्दे पर अरब का साथ तो नहीं मिल सका लेकिन अरब ने उन्हें नए पीएम चुने जाने की बधाई देकर सांत्वना जरूर दे दी है।
सउदी अरब (Saudi Arabia) ने पाकिस्तान को लेकर कहा कि “HRH क्राउन प्रिंस ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विकास पर चर्चा करने के अलावा दोनों देशों के ऐतिहासिक संबंधों, द्विपक्षीय सहयोग और तमाम क्षेत्रों में आगे के विकास के अवसरों की समीक्षा की है।”
भारत-पाकिस्तान के खराब होते रिश्ते
आतंक का पनाहगार पाकिस्तान (Pakistan) विदेशों में जाकर अपने को दीन-हीन और बेचारा साबित करने में जुटा हुआ है और भारत पर ही तमाम तरह के आरोप मढ़ रहा है। पाकिस्तान ने हाल ही में भारत पर अपने नागरिकों को हत्या कराने का आरोप भी लगाया है। आतंकवादियों को पाकिस्तान अपना नागरिक बता रहा है और भारत पर बेबुनियाद आरोप मढ़ रहा है।
भारत ने बार-बार पाकिस्तान पर आतंकवादियों को पनाह देने का आरोप लगाया है। भारत ने संयुक्त राष्ट्र महासभा (UN) में जम्मू-कश्मीर मुद्दे को उठाने (Kashmir Issue) के लिए पाकिस्तान को कई बार फटकार भी लगा चुका है लेकिन पाकिस्तान है कि मानता नहीं। इस पर भी गौर करना होगा कि पाकिस्तान और सऊदी अरब का ये संयुक्त बयान पाकिस्तान की तरफ से भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान की निंदा करने के एक दिन बाद आया है।