क्या है जन्नत तक सीढ़ी का प्रोजेक्ट?
दरअसल ‘स्वर्ग की सीढ़ी’ सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का ड्रीम प्रोजेक्ट नियोम सिटी (Neom City) को कहा जाता है। नियोम सिटी दुनिया की सबसे बड़ी निर्माण परियोजना है। इसे ही ‘स्वर्ग’ कहा जाता है। यह प्रोजेक्ट सऊदी विज़न 2030 का हिस्सा है। सऊदी अरब इस नियोम सिटी को फ्यूचर सिटी कह रहा है। ये शहर अरब के रेगिस्तान में बनाया जा रहा है और इसकी लंबाई 170 किलोमीटर है। इसमें 500 मीटर ऊंची-ऊंची बिल्डिंग बनाई जा रही है। इन बिल्डिंग्स में कम से कम 90 लाख लोगों के रहने की सुविधा होगी।
प्रोजेक्ट में 41.75 लाख करोड़ रुपये खर्च
इस शहर में अंडरग्राउंड सुरंगें होंगी जिनके जरिए लोग रेगिस्तान से लेकर पहाड़ तक अलग-अलग इलाकों में जा सकते हैं। इस प्रोजेक्ट पर सऊदी अरब ने 41.75 लाख करोड़ रुपये खर्च किए हैं। लेकिन ये पैसा भी सऊदी अरब को इस सिटी के लिए कम पड़ रहा है। इसलिए सऊदी अरब अब चीन से सहायता की मांग कर रहा है।
विरोध करने वालों की ले ली जान!
इस शहर के लिए प्रकृति और इंसान के बीच समन्वय बनाने की बात की जा रही है लेकिन जानकारों इस पर सवाल उठा रहे हैं। अरब न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक इन जानकारों का कहना है कि इस प्रोजेक्ट से लाखों स्थानीय पक्षियों और लोगों की जान को खतरा है। जानकारों का तो ये भी कहना है कि सऊदी के इस प्रोजेक्ट का जिन कबायली लोगों ने विरोध किया उन्हें क्राउन प्रिंस ने बंदी बनाकर या तो जेल में डाल दिया या फिर उन्हें मरवा दिया। रिपोर्ट के मुताबिक नियोम सिटी को लाल सागर के किनारे पर बसाया जा रहा है। ये रास्ता कई सालों से प्रवासी पक्षियों के आने का है। लेकिन इस नियोम सिटी की वजह से उनके अनुकूल उन्हें ना तो जलवायु मिलेगी ना ही रहने के लिए जगह। नियोम में बनी गगनचुंबी इमारतों से टकराकर मर सकते हैं। विशेषज्ञों की इन विरोध की वजह से नियोम के निर्माण के आगे का रास्ता अवरुद्ध हो गया है।