दिमित्रि मुरातोव ने नोबेल शांति पुरस्कार अक्टूबर 2021 में जीता था। मुरातोव को फिलीपीन की पत्रकार मारिया रेसा के साथ संयुक्त रूप से शांति के नोबेल पुरस्कार से नवाजा गया था। मुरातोव ने पुरस्कार की नीलामी से मिली 5,00,000 डॉलर की नकद राशि भलाई के लिए दान करने की घोषणा की है। मुरातोव खासतौर पर उन बच्चों के लिए चिंतित हैं, जो यूक्रेन में चल रहे संघर्षों के दौरान अनाथ हो गए। उनका कहना है, “शरणार्थी बच्चों को भविष्य के लिए एक मौका देना है। हम उनका भविष्य लौटाना चाहते हैं।”
बता दें, दिमित्रि स्वतंत्र ने अखबार ‘नोवाया गजट’ की स्थापना की थी और वह मार्च में अखबार के बंद होने के वक्त इसके मुख्य संपादक थे। मुराटोव ने अपना यह पुरस्कार छह नोवाया गजेटा पत्रकारों को समर्पित किया था, जिनकी रिपोर्टिंग के दौरान हत्या कर दी गई थी। इनमें से कुछ राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सबसे हाई-प्रोफाइल आलोचक में से एक थे। यूक्रेन पर रूस के हमले के मद्देनजर सार्वजनिक असंतोष को दबाने और पत्रकारों पर रूसी कार्रवाई के चलते यह अखबार बंद कर दिया गया था।