डेनिस के मुताबिक रूस लगातार भारतीयों को सुरक्षित निकालने के लिए मानवीय गलियारा बनाने पर काम कर रहा है। इसके साथ ही रूस खारकीव में एक भारतीय छात्र की मौत की जांच भी करेगा।
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रिहायशी इलाकों में नहीं कर रहे हमले
रूस ने कहा है कि हम जो हमले कर रहे हैं वह सिर्फ और सिर्फ सैन्य ठिकानों पर कर रहे हैं। रिहायशी इलाकों पर और यूक्रेन के लोगों पर कोई हमला नहीं किया जा रहा है। सिवाय एक अटैक के जो मंगलवार को कीव के टीवी टावर पर किया गया था। इस हमले को करने से पहले भी पूरी तरह जानकारी दे दी गई थी।
अलीपोव ने एक मीडिया ब्रीफिंग में कहा, ‘मैं नवीन शेखरप्पा ज्ञानगौदर के परिवार और पूरे भारतीय राष्ट्र के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करना चाहता हूं।’ दुर्भाग्यपूर्ण घटना की होगी जांच
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि, ‘रूस गहन संघर्ष वाले क्षेत्रों में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। इसके साथ ही इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की उचित जांच करेगा।’ उन्होंने कहा, ‘हम खार्किव, सुमी और अन्य क्षेत्रों में भारत के नागरिकों के संबंध में भारतीय अधिकारियों के संपर्क में हैं।
रूस ने की भारतीय रुख की सराहना
रूस ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के रुख की भी सराहना की। अलीपोव ने यूक्रेन की स्थिति पर हाल की बैठकों के दौरान संयुक्त राष्ट्र में देश की ओर से अपनाई गई ‘निष्पक्षट और ‘संतुलित’ स्थिति के लिए भारत को धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, ‘हम भारत के साथ रणनीतिक सहयोगी हैं, हम संयुक्त राष्ट्र में भारत की संतुलित स्थिति के लिए बहुत आभारी हैं… और हमें उम्मीद है कि यह जारी रहेगा।’
इससे पहले मंगलवार की रात, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि नवीन के शव की पहचान कर ली गई है और विश्वविद्यालय के मुर्दाघर में ले जाया गया है। भारतीय अधिकारी खार्किव में स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं, ताकि शव को वापस लाया जा सके।
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इससे पहले मंगलवार की रात, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि नवीन के शव की पहचान कर ली गई है और विश्वविद्यालय के मुर्दाघर में ले जाया गया है। भारतीय अधिकारी खार्किव में स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं, ताकि शव को वापस लाया जा सके।
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