दस्तावेजों से चीनी ड्रोन विशेषज्ञों की पहचान का खुलासा नहीं हुआ
रूसी सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी ने इस साल के शुरू में रूसी रक्षा मंत्रालय को अपने काम की रूपरेखा बताते हुए एक रिपोर्ट भेजी थी। कपोल कंपनी ने रक्षा मंत्रालय को सूचित किया था कि वह जी 3 ड्रोन का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने में सक्षम है, जिसका
यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियानों में इस्तेमाल किया जाएगा। G3drone 50 किलोग्राम के पेलोड के साथ लगभग 2000 किमी तक उड़ान भर सकता है। चीन (China) में बने ड्रोन और अन्य विमान मॉडल को आगे के परीक्षण के लिए कपोलेई भेजा गया, जिसमें दो बार चीनी विशेषज्ञों ने भाग लिया, हालांकि, दस्तावेजों से चीनी ड्रोन विशेषज्ञों की पहचान का खुलासा नहीं हुआ कि वे
रूस के ख़िलाफ़ यूक्रेन का पूरा समर्थन (Russia Ukraine war) करते रहेंगे। यूएस प्रेसीडेंट जो बाइडन ने अपने यूक्रेनी समकक्ष वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ बैठक के दौरान यूक्रेन के लिए नए सहायता पैकेज का उल्लेख किया है।
मास्को परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकिचाएगा
अमेरिकी रक्षा विभाग पेंटागन ने भी एक बयान में कहा है कि यूक्रेन को 37 मिलियन डॉलर की नई सैन्य सहायता दी जाएगी,इस सहायता में कीव को हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें, गोले, 155 और 105 मिमी की तोपें और जेवलिन टैंक मिलेंगे। मिसाइलों सहित विभिन्न प्रकार के हथियार उपलब्ध कराए जाएंगे। दूसरी ओर,रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है कि अगर दुश्मन पारंपरिक हथियारों का इस्तेमाल करता है जिससे रूस या बेलारूस की सुरक्षा को खतरा होता है, तो मास्को इन देशों के खिलाफ परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने से नहीं हिचकिचाएगा।