रूस ने पाकिस्तान की मांग को किया अस्वीकार
यहीं नही, रूस ने यह भी कहा कि पाक पहले गैस पाइपलाइन बनाने का वादा निभाए। पाकिस्तान को यह पाइपलाइन कराची से लाहौर तक डलनी है। बता दें, पाकिस्तान कच्चे तेल पर रूस से 30-40 फीसदी छूट चाहता था। मगर रूस ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया। पाकिस्तान के डेलिगेशन में पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक, मास्को में पाकिस्तानी दूतावास के संयुक्त सचिव, पेट्रोलियम सचिव मोहम्मद महमूद और अन्य अफसर शामिल थे।
यहीं नही, रूस ने यह भी कहा कि पाक पहले गैस पाइपलाइन बनाने का वादा निभाए। पाकिस्तान को यह पाइपलाइन कराची से लाहौर तक डलनी है। बता दें, पाकिस्तान कच्चे तेल पर रूस से 30-40 फीसदी छूट चाहता था। मगर रूस ने इस मांग को अस्वीकार कर दिया। पाकिस्तान के डेलिगेशन में पेट्रोलियम राज्य मंत्री मुसादिक मलिक, मास्को में पाकिस्तानी दूतावास के संयुक्त सचिव, पेट्रोलियम सचिव मोहम्मद महमूद और अन्य अफसर शामिल थे।
वित्त मंत्री ने रूस से सस्ता तेल खरीदने की कही थी बात
रिपोर्ट के अनुसार, वार्ता बिना किसी ठोस नतीजे के खत्म हो गई। रूस ने साफ कहा कि वह दूसरे देशों को जिस कीमत पर तेल बेचता है, उसी कीमत पर पाकिस्तान को देगा। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा था कि पाकिस्तना जल्द ही रूस से सस्ता क्रूड ऑयल खरीद सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, वार्ता बिना किसी ठोस नतीजे के खत्म हो गई। रूस ने साफ कहा कि वह दूसरे देशों को जिस कीमत पर तेल बेचता है, उसी कीमत पर पाकिस्तान को देगा। गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले ही पाकिस्तान के वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा था कि पाकिस्तना जल्द ही रूस से सस्ता क्रूड ऑयल खरीद सकता है।
पाक ने भारत की तरह डिस्काउंट की मांग की थी
डार ने यह भी कहा कि रूस से क्रूड ऑयल खरीदने पर अमेरिका को किसी भी तरह की आपत्ति नहीं है। इसके बाद पाकिस्तान ने पुतिन सरकार से भारत की तरह कच्चे तेल पर डिस्काउंट की मांग की थी। बता दें, भारत अपनी ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए रूस समेत कई देशों से तेल खरीदता है। भारत लगभग 80% तेल का आयात दूसरे देशों से करता है, जिसमें से केवल 2% तेल रूस से लेता है।
डार ने यह भी कहा कि रूस से क्रूड ऑयल खरीदने पर अमेरिका को किसी भी तरह की आपत्ति नहीं है। इसके बाद पाकिस्तान ने पुतिन सरकार से भारत की तरह कच्चे तेल पर डिस्काउंट की मांग की थी। बता दें, भारत अपनी ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए रूस समेत कई देशों से तेल खरीदता है। भारत लगभग 80% तेल का आयात दूसरे देशों से करता है, जिसमें से केवल 2% तेल रूस से लेता है।
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