3 तरीकों से धोखा देते हैं Robot
अमेरिका की फ्रंटियर्स इन रोबोटिक्स एंड एआई नाम की एक पत्रिका में आई इस रिपोर्ट में कहा गया है कि रोबोट तीन तरीकों से इंसानों को धोखा दे सकते हैं। अमेरिका के जॉर्ज मेसन विश्वविद्यालय की टीम ने रोबोट पर की गई रिसर्च के आधार पर ये रिपोर्ट जारी की है। इसके लिए टीम ने लगभग 500 प्रतिभागियों से रोबोट के धोखे के कई तरीकों को समझाने के लिए कहा। इस रिसर्च के प्रमुख लेखक एन्ड्रेस रोसेरो ने कहा कि मुझे लगता है कि हमें ऐसी किसी भी तकनीक के बारे में चिंतित होना चाहिए क्योंकि इससे यूजर्स को काफी धोखे में आ सकते हैं। अब कई कंपनियां वेब डिज़ाइन सिद्धांतों और आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट का इस्तेमाल ऐसे तरीक़ों से कर रही हैं, जो यूजर्स को किसी ख़ास कार्रवाई के लिए प्रेरित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। ऐसे में इस पर लगाम लगाना काफी जरूरी हो गया है।
कैसे लगाया गया इस धोखे का पता
रोबोट की प्रकृति के बारे में पता लगाने के लिए रोबोट का इस्तेमाल चिकित्सा, सफाई और खुदरा व्यापार के कामों में किया गया। उन्हें रोबोट से परे की दुनिया के बारे में झूठ बोलते हुए दिखाया गया था। इन प्रतिभागियों से रोबोट के व्यवहार, उसकी धोखाधड़ी और क्या इसे उचित ठहराया जा सकता है, के बारे में पूछा गया। ज्यादातर प्रतिभागियों ने इस एक छिपा हुआ धोखा करार दिया। जहां रोबोट दिखावा करता है कि उसे दर्द महसूस हो रहा है। शोधकर्ताओं ने इन धोखे के लिए रोबोट डेवलपर्स और उनके मालिकों को जिम्मेदार ठहराया है। इसके अलावा रिसर्चर्स ने चेतावनी दी कि इस रिपोर्ट के जरिए इस अध्ययन को वहां तक ले जाना चाहिए जो रोजमर्रा के जीवन की प्रतिक्रियाओं को बेहतर ढंग से समझ सकें।