यह भी पढ़ें: बांग्लादेश में Iskcon संत चिन्मय कृष्णदास प्रभु की रिहाई के लिए यूएस प्रेसीडेंट के सलाहकार ने बुलंद की आवाज़
एक आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित किया
राणा ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल और उनकी टीम नके जापान, जर्मनी, यूके, यूएई और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में किए गए अंतरराष्ट्रीय दौरे राजस्थान की निवेश संभावनाओं को वैश्विक मंच पर प्रदर्शित करने में सफल रहे हैं। इन प्रयासों ने राज्य को उद्योग, पर्यटन और कौशल विकास के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में स्थापित किया है।विदेशों से राइजिंग राजस्थान को बहुत कुछ मिलेगा
उन्होंने कहा कि राइजिंग राजस्थान समिट के माध्यम से राजस्थान को विभिन्न देशों से वैश्विक निवेश आकर्षित करने का बड़ा अवसर मिलेगा। खासकर जर्मनी, जापान, अमेरिका जैसे देशों से निवेश आकर्षित होगा, जिससे राज्य में उद्योगों की स्थापना, व्यापारिक गतिविधियां और आर्थिक विकास में वृद्धि होगी। इन देशों से आने वाले निवेश से राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। यह भी पढ़ें
जंग से भारी तबाही… सीरिया में रूस की बमबारी, नहीं रुक रहे विद्रोही, अब किस शहर पर मंडरा रहा ख़तरा ?
युवाओं को अंतरराष्ट्रीय रोजगार के अवसर मिलेंगे
राणा ने कहा कि राज्य में कौशल विकास के नए अवसर उत्पन्न होंगे। विशेष रूप से जर्मन, जापानी, और इतालवी जैसी भाषाओं के लिए भाषा और कौशल विकास पार्क स्थापित करने से राजस्थान के युवाओं को अंतरराष्ट्रीय रोजगार के अवसर मिलेंगे। इस प्रकार के प्रयास से राज्य में शिक्षा और प्रशिक्षण के स्तर में भी सुधार होगा, और युवा विदेशी कंपनियों में काम करने के लिए तैयार होंगे।राजस्थान में सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का विस्तार होगा
उन्होंने कहा कि राजस्थान में सीधी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के विस्तार से राज्य के कारोबारी और व्यापारिक संबंध बढ़ेंगे। अमेरिका, यूके, इटली, जापान जैसे देशों से सीधी उड़ानें शुरू होने से व्यापारियों और निवेशकों के लिए यात्रा और व्यापार संबंध स्थापित करना आसान होगा, जिससे राज्य के व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे।अंतरराष्ट्रीय छवि और पहचान मजबूत होगी
राणा ने कहा कि राजस्थान के वैश्विक प्रतिनिधियों द्वारा विदेशी देशों में राज्य की संस्कृति, धरोहर, और निवेश संभावनाओं का प्रचार-प्रसार किया जाएगा। इससे राजस्थान की अंतरराष्ट्रीय छवि और पहचान मजबूत होगी, और राज्य में निवेश आकर्षित करने के लिए एक मजबूत आधार बनेगा। इन प्रयासों से राइजिंग राजस्थान समिट विदेशी देशों से निवेश और सहयोग को बढ़ावा देने में सहायक होगा, जिससे राज्य में विकास, रोजगार और समृद्धि के नए रास्ते खुलेंगे। यह भी पढ़ें
भारत के निर्यात बंद करने पर बांग्लादेश की अक़्ल ठिकाने आई, बदल गए तेवर, कही ये बड़ी बात
राजस्थान को निवेश का केंद्र बनाने के लिए राणा के सुझाव
- भाषा और कौशल विकास पार्क: जर्मन, जापानी और इतालवी आदि भाषाओं के लिए भाषा पार्क स्थापित कर राजस्थान के युवाओं को अंतरराष्ट्रीय रोजगार के लिए तैयार करना।
- अंतरराष्ट्रीय उड़ानों का विस्तार: अमेरिका, यूके, इटली और जापान जैसे देशों से राजस्थान के लिए सीधी उड़ानें शुरू करना, ताकि निवेशकों के लिए यात्रा आसान हो।
- वैश्विक प्रतिनिधियों की नियुक्ति: जर्मनी, यूके, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में राजस्थान के प्रतिनिधि नियुक्त कर वहां राज्य की संस्कृति, धरोहर, और निवेश संभावनाओं का प्रचार-प्रसार करना।