Fortune के मुताबिक, महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने पीछे 500 मिलियन डॉलर यानी भारती रुपए में बात करें तो 39,858,975,000 रुपए की संपत्ति छोड़ गई हैं। खास बात यह है कि उनकी इस अरबों की संपत्ति अब प्रिंस चार्ल्स को किंग बनने पर विरासत में मिलेगी।
ब्रिटेन के शाही परिवार को टैक्सपेयर्स की तरफ से मोटी रकम मिलती है। यानी जो लोग टैक्स यानी की कर जमा करते हैं उसका बड़ा हिस्सा शाही परिवार को जाता है।
इसे सॉवरेन ग्रांट के रूप में जाना जाता है। शाही परिवार को ये रकम हर वर्ष दी जाती है। दरअसल इस ग्रांट की शुरुआत किंग जॉर्ज III के समय में की गई थी।
महारानी अपने पीछे जो संपत्ति छोड़ गई हैं। उसके मुताबिक, इस शाही संपत्ति में राजशाही के तहत आने वाली जमीन-जायदाद, कला संग्रह, आभूषण, शाही महल और शाही अभिलेखागार प्रमुख रूप से शामिल हैं।
ऐसे में इस तरह चार्ल्स को महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की निजी संपत्ति समेत 3 बिलियन पौंड कीमत वाले शाही आभूषण भी मिल जाएंगे, जिन पर अभी तक सांकेतिक रूप में महारानी का हक था।