मुख्य उद्देश्य सरकार पर दबाव बनाना
उनकी पार्टी, पाकिस्तान
तहरीक-ए-इंसाफ, इस स्थिति में सक्रिय भूमिका निभा रही है। पार्टी के नेताओं का कहना है कि
इमरान खान को उनके परिवार से मिलने की अनुमति न देने से न केवल उनके व्यक्तिगत अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है, बल्कि यह मानवाधिकारों का भी उल्लंघन है। इसीलिए उनकी पार्टी ने 15 अक्टूबर को प्रस्तावित प्रदर्शन को लेकर अपने समर्थकों से बड़ी संख्या में शामिल होने की अपील की है। इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य सरकार पर दबाव बनाना और इमरान खान की गिरफ्तारी और उनकी परिवार से मिलने की अनुमति पर ध्यान आकर्षित करना है।
देशभर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए
पाकिस्तान में राजनीतिक हालात बहुत तनावपूर्ण हैं। इमरान खान के समर्थन में लोगों की बड़ी संख्या है, और अगर प्रदर्शन सफल रहता है, तो यह सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बन सकता है। इस पूरे मामले में, कई विश्लेषक यह मानते हैं कि अगर सरकार पीटीआई की मांगों को नहीं मानती, तो इससे देश में और अधिक राजनीतिक अशांति फैल सकती है। इससे पहले भी इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद देशभर में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुए थे।
इमरान खान और राजनीतिक पृष्ठभूमि
इमरान खान, जो 2018 से 2022 तक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे, वर्तमान में गंभीर कानूनी और राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन पर भ्रष्टाचार, सरकारी नियमों का उल्लंघन, और अन्य आरोप लगाए गए हैं, जो उनकी राजनीतिक स्थिति को कमजोर कर रहे हैं। उनकी पार्टी, पीटीआई, इस स्थिति में सक्रियता से काम कर रही है और खान के अधिकारों के लिए संघर्ष कर रही है।