नरेंद्र मोदी की प्रत्यक्ष भागीदारी का फायदा
उन्होंने कहा कि पूर्व में राजस्थान और अन्य राज्यों में इस प्रकार के शिखर सम्मेलन आयोजित किए गए थे, जिनमें अरबों रुपये के एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग) पर हस्ताक्षर किए गए थे, लेकिन उनमें से केवल 10 से 15 प्रतिशत ही वास्तविकता के धरातल में उतर व बदल पाए थे। इन आयोजनों पर भारी खर्च होने के बावजूद, परिणाम बहुत सीमित रहे थे, लेकिन इस बार इसमें नरेंद्र मोदी की प्रत्यक्ष भागीदारी का राजस्थान को फायदा मिलेगा।
यह शिखर सम्मेलन बड़ी सफलता हासिल करेगा
भंडारी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की अप्रतिम वैश्विक प्रतिष्ठा और व्यक्तिगत रुचि के कारण इसमें कोई संदेह नहीं है कि यह शिखर सम्मेलन बड़ी सफलता हासिल करेगा। उनका नेतृत्व वैश्विक विश्वास को प्रेरित करता है, और अंतरराष्ट्रीय निवेशक उनके दृष्टिकोण को स्थिरता और विकास का आधार मानते हैं। क्यों कि मोदी का तीसरा कार्यकाल न केवल उनकी लोकप्रियता बल्कि स्थिरता का प्रतीक है, जो वैश्विक निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण कारक है। राजस्थान में निवेश और वस्त्र उद्योग में बड़ा अवसर
उन्होंने कहा कि पर्यटन, सौर ऊर्जा और खनन जैसे क्षेत्रों के लिहाज से राजस्थान बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने विशेष रूप से
बांग्लादेश में बदलती परिस्थितियों को देखते हुए वस्त्र उद्योग में एक बड़ा अवसर बताया। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा, पाली और जोधपुर जैसे स्थापित वस्त्र केंद्रों के साथ, राजस्थान इस समय का लाभ उठाकर वस्त्र उद्योग में राष्ट्रीय नेतृत्वकर्ता बन सकता है।
भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में राजस्थान की भूमिका
भंडारी ने प्रधानमंत्री मोदी के 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के सपने को साकार करने में राजस्थान की भूमिका पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “इस सपने को पूरा करने के लिए राजस्थान जैसे राज्यों को अपनी पूरी क्षमता का उपयोग करना होगा।”
राजस्थान सरकार से अपेक्षाएं
उन्होंने राजस्थान सरकार से मोदी की दृष्टि के साथ समन्वय स्थापित करने और निवेशकों के साथ काम करने के लिए सक्षम और सक्रिय अधिकारियों की नियुक्ति करने का आग्रह किया। यह शिखर सम्मेलन राजस्थान के विकास की दिशा में एक नया मानदंड स्थापित करने की क्षमता रखता है और आशा है कि यह राज्य के उज्जवल भविष्य का मार्ग प्रशस्त करेगा।