दिमाग की गतिविधि की रिकॉर्डिंग के आधार निकाला निष्कर्ष
शोधकर्ताओं के अनुसार यह साबित करना आसान नहीं है लेकिन रिसर्च में कुछ पालतू डॉग्स के दिमाग की गतिविधि की रिकॉर्डिंग के आधार पर ये निष्कर्ष निकाले गए हैं। हंगरी के बुडापेस्ट की इयोटवोस लॉरैंड यूनिवर्सिटी की मारियाना बोरोस की अगुआई में हुई इस रिसर्च में अलग-अलग प्रजातियों के 19 डॉग्स पर प्रयोग किए गए थे।
दिमागी तरंगों पर रखी निगरानी
रिसर्च में पालतू डॉग्स पर किए गए प्रयोग के बाद साबित हुआ कि वो बैठो, पकड़ो, आओ जैसी छोटी बातों से कहीं ज्यादा समझते हैं। इस अनूठे प्रयोग में इलेक्ट्रोएनसेफैलोग्राफी (ईईजी) के जरिए शोधकर्ताओं ने हर पालतू डॉग की दिमागी तरंगों पर निगरानी रखी।
जो दर्शाते हैं उससे ज़्यादा समझते हैं
पालतू डॉग्स पर की गई रिसर्च से यह भी पता चला कि डॉग्स जो और जितना दर्शाते हैं, उससे ज्यादा समझ सकते हैं।