करीब 100 पाकिस्तानी सैनिकों ने तालिबान के सामने टेके घुटने
पाकिस्तान पर हुए आतंकी हमले का जवाब पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर एयरस्ट्राइक के ज़रिए दिया। इसके बाद पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर पर स्थिति गंभीर हो गई और कुछ ही देर में बॉर्डर पर दोनों पक्षों में झड़प भी शुरू हो गई। पाकिस्तानी सैनिकों ने जहाँ तालिबानी सेना पर हमले किए, तो तालिबानी सेना ने भी इन हमलों का जमकर जवाब दिया। पाकिस्तानी सेना की करीब 100 सैनिकों की एक टुकड़ी अफगानिस्तान में घुस गई। दोनों पक्षों में जमकर गोलीबारी हुई और दोनों ही पक्षों के सैनिक घायल भी हुए। पर तालिबानी सेना संख्या में ज़्यादा थी और पाकिस्तानी सैन्य टुकड़ी उनका सामना नहीं कर सकी। ऐसे में उन पाकिस्तानी सैनिकों को तालिबान के आगे घुटने टेकते हुए सरेंडर करना पड़ा।
ईरान से भी चल रहा है विवाद
सिर्फ अफगानिस्तान के साथ ही नहीं, बल्कि ईरान (Iran) के साथ भी पाकिस्तान का विवाद चल रहा है। अफगानिस्तान और ईरान दोनों ही पाकिस्तान के पडोसी देश हैं। कुछ समय पहले ईरान ने पाकिस्तान में एयरस्ट्राइक की थी, जिसका जवाब पाकिस्तान ने एयरस्ट्राइक से ही दिया था। उसके बाद दोनों देशों के बीच टेंशन बढ़ गई थी।
क्या है पाकिस्तान और अफगानिस्तान में तकरार की वजह?
15 अगस्त 2021 को तालिबान फिर से अफगानिस्तान में सत्ता में लौटा था। अफगानिस्तान में तालिबान का शासन आते ही पाकिस्तान में आतंकी हमले बढ़ गए। अफगानिस्तान की बॉर्डर के आस-पास वाले पाकिस्तानी इलाकों में पिछले 30 महीने में आतंकवाद काफी बढ़ा है। पर सिर्फ इन इलाकों में ही नहीं, पाकिस्तान में दूसरी जगहों पर भी आतंकी हमले बढ़ने लगे। वहीं अपने देश में आतंकी हमलों के बढ़ने की वजह से पाकिस्तान सरकार भी तालिबान से नाराज़ है और इस वजह से इतने सालों से पाकिस्तान में अवैध तरीके से रह रहे करीब 17 लाख अफगान शरणार्थियों को पाकिस्तान ने देश निकाला दे दिया। अब तक करीब 3,75,000 अफगान शरणार्थियों के इस वजह से पाकिस्तान छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। वहीं बाकी बचे अफगान शरणार्थियों को भी पाकिस्तान छोड़ना पड़ेगा। इस वजह से दोनों देशों में तकरार पैदा हो गई है जो बढ़ती ही जा रही है और इसी वजह से समय-समय पर दोनों पक्षों में बॉर्डर पर मुठभेड़ भी होती रहती है।।