क्या अमरीका भरेगा जुर्माना?
पाकिस्तान की लोक लेखा समिति ने हाल ही में चिंता जताते हुए कहा है कि अगर उनकी तरफ से ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट को आगे नहीं बढ़ाया जाता है तो उन्हें 18 अरब डॉलर्स का जुर्माना भरना पड़ेगा। सब जानते हैं कि पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति काफी तंग चल रही है और वो इस जुर्माने को भरने में सक्षम नहीं है। ऐसे में पाकिस्तान की लोक लेखा समिति के अध्यक्ष नूर आलम ने कहा, “क्या अमरीका जुर्माना भरेगा? अगर अमरीका इस प्रोजेक्ट को आगे नहीं बढ़ने देता तो जुर्माना भी उसे ही भरना चाहिए।”
‘भारत को छूट और पाकिस्तान को सज़ा’
नूर आलम ने अमरीका पर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप भी लगाया। भारत (India) का नाम लेते हुए नूर आलम ने कहा, “भारत सस्ती कीमत पर रुसी तेल खरीद रहा है और इस बारे में अमरीका कुछ नहीं कर रहा। भारत की ज़रूरत के लिए अमरीका का रवैया उदार है और उन्हें छूट मिल रही है। पर पाकिस्तान को सज़ा मिल रही है।”
अमरीका से बातचीत करेगा पाकिस्तान
ईरान-पाकिस्तान गैस पाइपलाइन प्रोजेक्ट पाकिस्तान के लिए बहुत ही अहम है। ऐसे में इस प्रोजेक्ट के रास्ते में किसी तरह की परेशानी न आए, इसके लिए अमरीका से बातचीत के लिए पाकिस्तान पूरी कोशिश करेगा। साथ ही ईरान से भी इस बारे में ज़रूरी बात की जाएगी।