दोनों देशों के नेताओं में UN की मीटिंग के दौरान मुलाकात भी हुई थी। यहां, युनूस ने रिश्तों में नया अध्याय शुरू होने की उम्मीद जताई थी। वहीं, ढाका में पाकिस्तान उच्चायोग ने इस कदम को ‘द्विपक्षीय व्यापार में एक बड़ा कदम’ के रूप में वर्णित किया है। यह विकास दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक रूप से कमजोर संबंधों में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत है।
यूनुस सरकार ने क्यों मंगाए हैं हथियार?
भारत के लिए गौर करने की बात ये है कि बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने पाकिस्तान से तोपखाने के गोले, टैंक गोला-बारूद, विस्फोटक और प्रोजेक्टाइल ऑर्डर किए थे। इसके बाद, बांग्लादेश की सेना को पाकिस्तान से गोला-बारूद और हथियार की पहली खेप मिल गई है। बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच इस तरह की डील बहुत असाधारण है, क्योंकि दोनों देशों के संबंध ऐतिहासिक रूप से तनावपूर्ण रहे हैं।पूर्वोत्तर राज्यों में बढ़ सकती है अस्थिरता
भारतीय सुरक्षा विशेषज्ञों ने कहा है कि, ‘चटगांव और मोंगला, दोनों ही बांग्लादेश के प्रमुख बंदरगाह हैं और दोनों ही पांच दशकों से पाकिस्तान की पहुंच से बाहर बने हुए थे… दोनों देशों के बीच व्यापार सिंगापुर या कोलंबो में ट्रांसशिपमेंट के जरिए होता था। लेकिन अब, भारत के पूर्वी और पश्चिमी पड़ोसियों के बीच इस तरह के प्रत्यक्ष समुद्री संपर्क से भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में अस्थिरता पैदा होने की आशंका है, क्योंकि ये राज्य बांग्लादेश के दक्षिण-पूर्वी तट से निकटता रखते हैं। ये भी पढ़ें- चारों तरफ चीन से घिरा भारत! जानिए कैसे अपने दुश्मन के छक्के छुड़ाएगा इंडिया ये भी पढ़ें- चीन, पाकिस्तान के बाद पैदा हुआ भारत का एक और दुश्मन! कैसे निपटेगा इंडिया