पाकिस्तान कंगाल, लेकिन राष्ट्रपति आरिफ अल्वी को होना है मालामाल
पाकिस्तान तो कंगाल हो चुका है, पर आरिफ अल्वी को मालामाल होना है। जी हाँ, आपने बिलकुल सही पढ़ा। अल्वी की मांग इसी बारे में है। पाकिस्तान की कंगाली से अल्वी को कुछ लेना-देना नहीं है। हाल ही में अल्वी ने अपनी सैलरी बढ़ाने की मांग की है। अल्वी ने इस समय 8,46,550 पाकिस्तानी रुपये हर महीने सैलरी के तौर पर मिलते हैं। अल्वी ने जुलाई 2021 में अपनी सैलरी को बढाकर हर महीने 10,24,325 पाकिस्तानी रुपये करने की मांग उठाई थी। हाल ही में अल्वी ने मांग उठाई है कि जुलाई 2023 से उनकी सैलरी बढ़कर हर महीने 12,29,190 पाकिस्तानी रुपये होनी चाहिए। इसके लिए अल्वी ने सचिव कैबिनेट को पत्र भी लिखा है। इस मांग के अनुसार अल्वी को जुलाई 2021 से बकाया राशि उनकी सैलरी में जुड़कर और फिर आगे से बढ़ी हुई सैलरी मिलनी चाहिए।
अल्वी ने कहा, “चीफ जस्टिस से ज़्यादा होनी चाहिए राष्ट्रपति की सैलरी”
अल्वी ने अपने पत्र में इस बात का ज़िक्र भी किया कि पाकिस्तान के राष्ट्रपति को चीफ जस्टिस से ज़्यादा सैलरी मिलनी चाहिए। पाकिस्तान के चीफ जस्टिस उमर अता बांदियाल (Umar Ata Bandial) को जुलाई 2021 से हर महीने सैलरी के तौर पर 10,24,324 पाकिस्तानी रुपये मिलते थे, जो जुलाई 2023 में बढ़कर हर महीने 12,29,189 पाकिस्तानी रुपये हो गए। इसी बात का हवाला देते हुए अल्वी ने अपनी सैलरी बढ़ाने की मांग उठाते हुए बांदियाल से ज़्यादा सैलरी की बात भी रखी।