क्या है पूरा मामला
दरअसल, लाहौर से करीब 590 किमी दूर प्रांत के रहीम यार खान जिले के भोंग कस्बे में 4 अगस्त को एक गणेश मंदिर पर भीड़ ने हमला किया था। इस दौरान मंदिर में आगजनी और खंडित कर दिया गया था। उपद्रवियों ने मंदिर में आगजनी की और मूर्तियों को खंडित कर दिया। जानकारी के मुताबिक बीते दिनों अदालत ने एक आठ साल के हिंदू बच्चे को रिहा कर दिया था, जिस पर नाराजगी जताते हुए लोगों ने हिंदू मंदिर को निशाना बनाया। बच्चे पर कथित रूप से मदरसे में पेशाब करने का आरोप था। बाद में बच्चे को गिरफ्तार कर लिया गया।
बीते दिनों मंदिर की सुरक्षा में नाकामी को लेकर पाकिस्तानी सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी। इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने मामले में यह कार्रवाई की है। चीफ जस्टिस ऑफ पाकिस्तान गुलजार अहमद ने मामले में कहा था कि मंदिर में तोड़फोड़ की घटना देश के लिए शर्मनाक है। पुलिस मूक दर्शक की तरह काम कर रही है, इससे देश की छवि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भूमिल हो रही है। साथ ही कोर्ट ने मंदिर की जल्द से जल्द मरम्मत का आदेश भी दिया था।
कोर्ट की फटकार और अंतरराष्ट्रीय दवाब का असर कोर्ट से फटकार और भारत सहित अन्य देशों द्वारा पाकिस्तान की हो रही निंदा के चलते पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए 8 अगस्त को कुछ ही घंटों में 50 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि 150 से अधिक संदिग्धों पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। वहीं पुलिस ने घटना से संबंधित वायरल वीडियो को आधार बनाकर अब तक 90 संदिग्धों को गिरफ्तार कर लिया है। इसके साथ ही मंदिर की मरम्मत करवाकर हिंदुओं को वापस सौंप दिया है।