डीएचएस प्रवक्ता ने कहा है कि इस तरह की कार्रवाई सीमा और आव्रजन विभाग के कर्मियों को जरूरी ताकत देता है कि वह उन लोगों की धरपकड़ कर सके जो अवैध रूप से हमारे देश में घुस आए हैं, जिसमें हत्यारे और बलात्कारी भी शामिल हैं। अपराधी अब गिरफ्तारी से बचने के लिए स्कूलों और चर्चों में नहीं छिप सकेंगे। ट्रम्प प्रशासन हमारी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के हाथ नहीं बांधेगा। हम अपने अधिकारियों के कॉमन सेंस पर भरोसा करते हैं।
कोलंबिया के बहाने ट्रंप ने दुनिया भर के देशों के दी चेतावनी
उधर, कोलंबिया के खिलाफ ट्रंप के कदम को दुनिया भर के देशों के लिए चेतावनी माना जा रहा है कि वे अगर अपने प्रवासियों को स्वीकार नहीं करेंगे, तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें। दरअसल, कोलंबिया ने निर्वासित प्रवासियों को ले जा रहे दो अमरीकी विमानों को उतरने की अनुमति देने से इसलिए इनकार कर दिया था क्योंकि वे अमरीका के नागरिक विमान नहीं बल्कि सैन्य परिवहन विमान थे। इसके बाद से ट्रंप ने ताबड़तोड़ कोलंबिया के राष्ट्रपति को संबोधित करते हुए कोलंबिया के अधिकारियों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने, वीजा खारिज करने के साथ 25 फीसदी टैरिफ लगाने की चेतावनी दे दी। इसका असर यह हुआ कि कोलंबिया अमरीकी सैन्य विमानों से आने वाले प्रवासियों को बिना किसी शर्त या देरी के स्वीकार करने के लिए सहमत हो गया। इतना ही नहीं, कोलंबिया के राष्ट्रपति गुस्तावो पेट्रो ने बताया कि वे होंडुरास से कोलंबिया के प्रवासियों को वापस लाने के लिए अपना विशेष विमान भेजेंगे।छापेमारी पर सिखों की चिंताएं दर किनार
धार्मिक परिसर पर छापेमारी सही
अवैध प्रवासियों की धरपकड़ के लिए धार्मिक परिसरों पर छापेमारी से इंकार नहीं कर सकते। कोई भी अपराधी, वह प्रवासी हो या नहीं, जन सुरक्षा के लिए उसको कहीं से भी पकड़ना जरूरी होगा।-जे डी वैंस, उपराष्ट्रपति, अमरीका
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सिख संगठनों में चिंता
गुरुद्वारों जैसे पूजा स्थलों को निशाना बनाने के फैसले से हम चिंतित हैं। इस तरह की कार्रवाइयों से सिख धर्म के पूजा स्थलों की पवित्रता को खतरा है। इस तरह की कार्रवाई सिखों की धार्मिक प्रथाओं के अनुसार जमा होने और एक दूसरे के साथ जुड़ने की स्वतंत्रता को कम करती है।-किरण कौर गिल, निदेशक, सिख अमरीकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड
कनाडा में आर्य किए गए पीएम पद की दौड़ से बाहर
उधर कनाडा में ओन्टारियो के भारतवंशी सांसद चन्द्र आर्य ने बताया है कि ट्रूडो की लिबरल पार्टी का नेतृत्व उन्हें प्रधानमंत्री पद का दावेदार बनने की अनुमति नहीं दे रहा है। इस तरह, वह पार्टी के नेता के पद की दौड़ से बाहर हो गए हैं। पार्टी के इस निर्णय पर सवाल उठाते हुए आर्य ने कहा है कि पार्टी का यह निर्णय लीडरशिप के लिए हो रही प्रतिस्पर्धा की वैधता के साथ कनाडा के अगले प्रधानमंत्री की प्रमाणिकता पर भी सवाल खड़े करता है। उधर, लिबरल पार्टी के प्रवक्ता पार्कर लुंड ने भी बताया कि आर्य को राष्ट्रीय नेतृत्व के नियमों के तहत अयोग्य घोषित किया गया है। लुंड ने कहा, नियमों के अनुसार, ऐसा सार्वजनिक बयानों, पिछले अनुचित आचरण, लोकतंत्र के प्रति प्रतिबद्धता की कमी या अन्य प्रतिष्ठा या कानूनी मुद्दे के कारण हो सकता है। हालांकि लुंड ने यह नहीं बताया कि आर्या को दौड़ से बाहर करने का विशेष कारण क्या था।