वसुंधरा के परिवार ने सभी आरोपों को झूठा बताया
वसुंधरा ओसवाल को उनके परिवार द्वारा युगांडा में स्थापित एक अतिरिक्त-तटस्थ शराब संयंत्र से लगभग 20 सशस्त्र व्यक्तियों ने कैद किया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, वसुंधरा को बुनियादी अधिकारों, जैसे कि परिवार और कानूनी प्रतिनिधित्व तक पहुंच से वंचित किया गया है। स्थानीय अधिकारियों ने वसुंधरा ओसवाल की गिरफ्तारी को एक चल रही लापता व्यक्ति की जांच से जोड़ा है। वसुंधरा के परिवार ने सभी आरोपों को झूठा और निर्मित किया गया बताया है।
घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन
इस संबंध में पंकज ओसवाल ने युगांडा के राष्ट्रपति को एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी बेटी की शीघ्र रिहाई के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। इसके अलावा, उन्होंने मानवाधिकार वकील चेरी ब्लेयर CBE, KC की मदद भी मांगी है, जिनके कार्यालय ने कहा है कि वसुंधरा के साथ किया गया व्यवहार घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन है। उनके परिवार का कहना है कि उन्हें बिना किसी कानूनी प्रक्रिया के और बिना किसी उचित कारण के गिरफ्तार किया गया है। इस मामले ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है, जिससे उनके पिता को संयुक्त राष्ट्र कार्य समूह पर अपील करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
वसुंधरा का व्यवसाय
वसुंधरा ओसवाल PRO Industries में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं, जो एक सफल व्यवसाय है और युगांडा में एक अतिरिक्त-तटस्थ शराब संयंत्र संचालित करती है। उनकी कड़ी मेहनत और व्यावसायिक दृष्टि ने परिवार के व्यवसाय को काफी बढ़ाया है। हाल ही में, पंकज ओसवाल और उनकी पत्नी ने दुनिया के सबसे महंगे घरों में से एक खरीदा, जिसकी कीमत 1,649 करोड़ रुपये है।
वसुंधरा ओसवाल की गिरफ्तारी का विवरण
वसुंधरा ओसवाल को युगांडा में उनके व्यवसाय से जुड़े संयंत्र से 20 सशस्त्र व्यक्तियों द्वारा जब्त किया गया था। परिवार का कहना है कि उनकी बेटी को बुनियादी मानवाधिकारों से वंचित किया गया है, जैसे कि परिवार से संपर्क करने और कानूनी सहायता प्राप्त करने का अधिकार। इस दौरान, वसुंधरा को एक सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया, लेकिन उनके परिवार को इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई।
वसुंधरा पर आरोप और प्रतिक्रिया
स्थानीय अधिकारियों ने वसुंधरा की गिरफ्तारी को एक लापता व्यक्ति की जांच से जोड़ा है। हालांकि, ओसवाल परिवार ने सभी आरोपों को खारिज कर दिया है, उन्हें झूठा और झूठा बताया है। पंकज ओसवाल ने युगांडा के राष्ट्रपति को एक खुला पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने अपनी बेटी की रिहाई के लिए राष्ट्रपति से हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है।
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन
पंकज ओसवाल ने इस मामले में अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानूनों का उल्लंघन होने का भी आरोप लगाया है। उन्होंने मानवाधिकार वकील चेरी ब्लेयर CBE, KC से मदद मांगी है, जिनके कार्यालय ने कहा है कि वसुंधरा का गिरफ्तारी के समय जो व्यवहार किया गया है, वह न केवल युगांडा के कानूनों का बल्कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संधियों का भी उल्लंघन है। पंकज ओसवाल और उनका परिवार इस मामले में सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं ताकि वसुंधरा की रिहाई सुनिश्चित की जा सके और उनके खिलाफ उठाए गए झूठे आरोपों का सामना किया जा सके। यह मामला न केवल परिवार के लिए बल्कि व्यवसायिक और राजनीतिक क्षेत्र में भी व्यापक प्रभाव डाल सकता है।