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यूरोप का नया चेहराः दक्षिणपंथी दल बना रहे हैं तेजी से पकड़

पेरिस के पास नॉन्ते में पिछले मंगलवार को फ्रेंच पुलिस ने एक 17 वर्षीय फ्रांसीसी-अल्जीरियाई किशोर नाहेल एम को गोली मार दी। नाहेल की मां मोनिया ने साफ कहा है कि उनके बेटे की मौत की वजह नस्ल ही है। उन्होंने पूरी पुलिस पर तो नहीं पर उस पुलिस कर्मी पर जरूर सवाल उठाए हैं।

Jul 04, 2023 / 06:23 am

Swatantra Jain

पेरिस के पास नॉन्ते में पिछले मंगलवार को फ्रेंच पुलिस ने एक 17 वर्षीय फ्रांसीसी-अल्जीरियाई किशोर नाहेल एम को गोली मार दी। नाहेल की मां मोनिया ने साफ कहा है कि उनके बेटे की मौत की वजह नस्ल ही है। उन्होंने पूरी पुलिस पर तो नहीं पर उस पुलिस कर्मी पर जरूर सवाल उठाए हैं। किशोर का जुर्म ये था उसने पुलिस के रोकने के बावजूद अपनी गाड़ी नहीं रोकी थी। इसके बाद से पूरे देश में अशांति फैल गई है, जो छह दिनों के बाद भी नहीं रुकी है।
हत्यारे पुलिसकर्मी के लिए जुटाए गए 7.5 करोड़ रुपए

फ्रांस में इस तरह के नस्लीय दंगे अनसुने नहीं हैं। लेकिन पुलिस के प्रति सहानुभूति रखने वालों या पीड़ित परिवार के साथ खड़े होने वालों की इतनी बड़ी संख्या शायद ही पहले कभी दिखी हो। गौर करने बात की ये है कि नाहेल की हत्या करने वाले जिस फ्रांसीसी पुलिसकर्मी पर सवाल उठाए जा रहे हैं, उसके समर्थन में अब तक के लिए 850,000 यूरो या 7 करोड़ 59 लाख रुपए क्राउड फंडिंग से जुटाए गए हैं। पुलिस कर्मी के समर्थन के लिए लिए गोफंडमी डॉट कॉम वेबसाइट बनाई गई है।
अरब मूल के लोग बन रहे निशाना
इस साल यह तीसरी बार हुआ जब पुलिस ने किसी को रोका और नहीं रुकने पर गोली मार दी। इससे पहले 2022 में ऐसी 13 घटनाएं हुईं जिनमें लोगों को नहीं रुकने पर गोली मारी गई जो रिकॉर्ड था। 2021 में ऐसी घटनाओं में तीन और 2020 में दो लोगों की मौत हुई। इन घटनाओं में मरने वाले ज्यादार लोग और अरब मूल के थे।
उग्र राष्ट्रवादी वल फ्रंट नेशनल को फ्रांस में 55 फीसदी समर्थन
साफ है कि फ्रांस इस नस्लीय हिंसा के बाद पूरा देश विभाजित दिख रहा है। मध्यममार्गी इमैनुएल मैक्रों सरकार संकट में है। धुर दक्षिणपंथी पार्टियों की लोकप्रियता बढ़ रही है। फ्रांस के मध्यमार्गी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों 2027 में लगातार तीसरी बार चुनाव नहीं लड़ सकते। लेकिन अगर वह ऐसा करते हैं, तो सर्वेक्षणों से पता चलता है कि धुर दक्षिणपंथी पार्टी फ्रंट नेशनल की ले पेन उन्हें 55 प्रतिशत से 45 प्रतिशत के अंतर से आसानी से हरा देंगी। गौर करने की बात ये है कि ये सिर्फ फ्रांस का मसला नहीं है। ब्रिटेन को छोड़कर पूरे यूरोप में चारों ओर उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम विभिन्न फ्लेवर की धुर दक्षिण पार्टियां उदासीन राष्ट्रवादी, लोकलुभावन राष्ट्रवादी, नव-फासीवादी पार्टियों का पुनरुत्थान साफ देखा जा सकता है।
ग्रीस में दक्षिणपंथ की जीत
पिछले ही सप्ताह ग्रीस में दक्षिणपंथी पार्टी न्यू डेमोक्रेसी पार्टी के उम्मीदवार प्रधानमंत्री किरियाकोस मित्सोताकिस ने देश की 300 सीटों वाली संसद में 158 सीटों के साथ पूर्ण बहुमत हासिल किया। इसी चुनाव में धुर दक्षिणपंथी स्पार्टियाटेस पार्टी ने भी 3 फीसदी वोट की बाधा पार कर संसद में प्रवेश के लायक सफलता हासिल कर ली। इसको 4.6 फीसदी वोट और 12 सीटें मिलीं। दक्षिणपंथी लोकलुभावन पार्टी एलिनिकी लिजिले को भी 4.5 फीसदी वोट और 12 सीटें तथा अति रुढ़िवादी पार्टी निकी को 3.7 फीसदी वोट और 10 सीटें मिली हैं।
इटली, आस्ट्रिया, जर्मनी हर जगह धुर दक्षिणपंथ
ग्रीस में न्यू डेमोक्रेसी पार्टी की तरह ही ऑस्ट्रिया में फ्रीडम पार्टी सबसे आगे बनी हुई है, जिसे यूरोप की एक सबसे पुरानी धुर दक्षिणपंथी पार्टी माना जाता है। जर्मनी में इस सप्ताह कट्टरपंथी और तेजी से लोकप्रिय हो रही दक्षिणपंथी अल्टरनेटिव फर डॉयचलैंड या अल्टरनेटिव फॉर जर्मनी (एएफडी) पार्टी ने पहली बार जिला चुनाव जीता है। सर्वेक्षणों के अनुसार क्रिश्चियन डेमोक्रेट्स के बाद एएफडी जर्मनी की दूसरी सबसे लोकप्रिय पार्टी है, लेकिन फिलहाल ये चांसलर ओलाफ स्कोल्ज की सोशल डेमोक्रेट्स से आगे है। इटली में तो पिछले साल अक्टूबर में ही धुर दक्षिण पंथी पार्टी ब्रदर्स ऑफ इटली की जोर्जिया मेलोनी भी चुनाव जीत कर इटली की प्रधानमंत्री बनी हैं।
स्वीडन, स्पेन से लेकर पौलेंड और हंगरी
स्वीडन में प्रवासियों और बहु संस्कृतिवाद की घोर विरोधी ‘स्वीडेन डेमोक्रेट’ पार्टी संसद में सबसे बड़ी पार्टी है जो वहां दक्षिणपंथी गठबंधन के साथ सरकार बनाने की कोशिश कर रही है। स्वीडन कुरान को लेकर भी हाल में विवादों में घिरा हुआ है। स्पेन में विवादास्पद राष्ट्रवादी ‘वॉक्स पार्टी’ ने हाल ही में हुए स्थानीय चुनावों में उम्मीद से अच्छा प्रदर्शन किया है। फासीवादी तानाशाह फ्रांसिस्को फ्रैंको की 1975 में मौत के बाद वॉक्स पार्टी पहली सफल धुर-दक्षिणपंथी पार्टी है। अगले महीने स्पेन में आम चुनाव हैं और ये पार्टी अन्य दक्षिणपंथी पार्टियों के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाने की संभावना पर चर्चा कर रही है। पोलैंड और हंगरी में तो धुर-दक्षिणपंथी और एकाधिकारवादी झुकाव वाली सरकारें पहले ही हैं। लगभग पूरा यूरोप इस फेहरिश्त में शामिल होने की ओर बढ़ रहा है।
महिलाएं हैं नए दक्षिणपंथ का चेहरा
यूरोप में इस नव दक्षिणपंथ के उभार का एक और खास लक्षण देखने में आ रहा है। यूरोप में उभर रहे इस दक्षिण पंथ को मुख्य तौर पर महिलाएं नेतृत्व दे रही हैं। इटली में ब्रदर्स पार्टी की जोर्जिया मेलोनी, फ्रांस में फ्रंट नेशनल की ले पेन और जर्मनी में एएफडी पार्टी की मुखिया ऐलिस वीडेल सभी महिलाएं हैं।

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