अफगानिस्तान में मुहर्रम के नियम
तालिबान के नए नियमों के मुताबिक, मुहर्रम के समारोह केवल मस्जिदों या सरकारी अधिकारियों और शिया विद्वानों की तरफ से बताए गए स्थानों पर ही आयोजित किए जाएंगे। शिया आबादी वाले क्षेत्रों में शोक समारोह केवल शिया मस्जिदों में ही आयोजित किए जाने चाहिए और झंडा फहराने का कार्यक्रम केवल विशेष परिस्थितियों में ही किया जाएगा। वहीं शोक मनाने वालों को समूह में नहीं आने के लिए कहा गया है। नियमों के मुताबिक, मुहर्रम का शोक मनाने वालों को प्रवेश करने के बाद मस्जिदों का दरवाजा बंद कर देना चाहिए और बंद दरवाजे के पीछे ही शोक समारोह मनाए जाएंगे। शोक समारोह के दौरान विलाप पाठ और अन्य ऑडियो नहीं बजना चाहिए और झंडे केवल मस्जिदों के पास ही लगाए जाने चाहिए। झंडों और पोस्ट पर किसी भी तरह के राजनीतिक नारे, अनुचित फोटो या दूसरे देशों की शर्तों को लिखना पूरी तरह से मना है।