दुनिया और अधिक युद्ध नहीं झेल सकती
एक ओर जहां संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस सहित वैश्विक नेताओं ने आगे किसी भी तनाव से बचने के लिए संयम बरतने का आह्वान किया है, क्योंकि “मध्य पूर्व कगार पर है”, और दुनिया और अधिक युद्ध नहीं झेल सकती। वहीं अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने इज़राइल को चेतावनी दी है कि वह ईरान के खिलाफ जवाबी हमले में भाग नहीं ले, जिसमें 300 मिसाइलें और ड्रोन शामिल थे।
हमले को विफल करने में कामयाब रहे
उधर इज़राइल और अमरीका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित सहयोगी ईरान के अभूतपूर्व हमले को विफल करने में कामयाब रहे और इज़राइल, सऊदी अरब और मध्य पूर्व के कुछ अन्य देशों में शेयर बाजार गिर गया था।
सीरिया हमले के कारण तेल की कीमतें बढ़ीं
इधर सीरिया हमले के मद्देनजर तेल की कीमतें बढ़ी हैं, ब्रेंट 90 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर चढ़ गया और विश्लेषकों का कहना है कि ईरान और इज़राइल के बीच सीधे संघर्ष पर यह 100 डॉलर तक पहुंच सकता है। इज़राइली शेकेल कमजोर हो गया और इस साल अपने सबसे कमजोर स्तर के करीब पहुंच गया है।
भारत तनाव पर कड़ी नजर रख रहा
भारत मध्य पूर्व में तनाव पर भी कड़ी नजर रख रहा है, क्योंकि इसकी कच्चे तेल की जरूरतों का 80% आयात किया जाता है, तेल की कीमतों में वृद्धि से देश की वृद्धि, मुद्रास्फीति, रुपए और व्यापार संतुलन पर असर पड़ेगा।