प्रतिद्वंद्वी राणा आफताब अहमद खान के खिलाफ मिले 220 वोट
डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, मरियम ने सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) के प्रतिद्वंद्वी राणा आफताब अहमद खान के खिलाफ 220 वोटों से भारी जीत हासिल की। अपने डेढ़ घंटे लंबे विजय भाषण में मरियम ने कहा कि वह विपक्ष के बहिष्कार से परेशान थीं। इस दौरान उन्होंने अपनी दिवंगत मां कुलसुम की तस्वीर पकड़ रखी थी। उन्होंने कहा कि काश, आज विपक्ष के नेता राजनीतिक और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा होते।
…विरोध किया होता तो मुझे खुशी होती
मरियम ने कहा कि अगर आज विपक्ष मौजूद होता और उन्होंने मेरे भाषण के दौरान विरोध किया होता तो मुझे खुशी होती। उन्होंने कई अदालती मामलों, अपने पिता की कैद और अपनी मां की मौत का हवाला देते हुए कहा, उन्हें ऐसे संघर्ष में डालने के लिए, जिसकी कोई तुलना नहीं है, विपक्ष को धन्यवाद।
मरियम का विपक्ष को संदेश
मरियम ने कहा कि मैं विपक्ष को एक संदेश देना चाहती हूं : मेरे कक्ष और दिल के दरवाजे उनके लिए हमेशा खुले रहेंगे, जैसे मेरी पार्टी के सदस्यों के लिए हैं। शुरुआत में, एसआईसी – जो अब आम चुनाव जीतने वाले पीटीआई समर्थित स्वतंत्र उम्मीदवारों का घर है- ने इस पद के लिए लाहौर से एमपीए-निर्वाचित मियां असलम इकबाल को नामित किया था।
अपनी जीत को मरियम ने महिलाओं को किया समर्पित
मरियम ने आगे बताया कि आज उनके चुनाव से इतिहास बन गया और उन्होंने इस जीत को देश की सभी महिलाओं को समर्पित किया। उन्होंने कहा कि यह एक प्रमाण है कि एक महिला (या) बेटी होना आपके सपनों के रास्ते में नहीं आएगी। मरियम ने अपने पिता, पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ को उनके हाथ मिलाने और अमूल्य सलाह देने के लिए धन्यवाद दिया।