अब मिडिल ईस्ट में होगी शांति की शुरुआत
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हसन नसरल्लाह की मौत की पुष्टि होने के बाद शनिवार को कहा कि हिजबुल्लाह के आतंकवादी प्रमुख हसन नसरल्लाह की हत्या मिडिल ईस्ट की शक्ति संरचनाओं को नया आकार देगी। उन्होंने ईरान को चेतावनी दी कि इजराइल की सेना क्षेत्र में जहां भी जरूरत होगी वो हमला कर सकती है। बेरूत मुख्यालय में इजरायल के बड़े हमले के बाद नेतन्याहू का ये पहला बयान सामने आया है, जिसमें उन्होंने खुले तौर पर ईरान को चुनौती दे दी है। इजरायल ने लेबनान में ईरानी हथियारों की खेप को रोकने के लिए नाकाबंदी की घोषणा की है और इजरायल के हमलों को और तेज करने को कहा है।
UN की शरण में ईरान
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा में इजरायल और ईरान दोनों देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इजरायल ने महासभा में पूरी दुनिया के सामने ईरान को अभिशाप बता दिया था और भारत को वरदान बताया था। यहां से लौटने के बाद नेतन्याहू ने कह दिया कि नसरल्लाह को निशाना बनाना इजरायल के टारगेट में शामिल था, जिससे हिजबुल्लाह के रॉकेट हमलों के चलते लगभग एक साल से विस्थापन झेल रही उत्तरी इजरायल की आबादी कोघर लौटने का मौका मिल सके। वहीं ईरान ने UN महासभा में सभी देशों से इजरायल को रोकने की अपील की है।आम आतंकी नहीं था नसरल्लाह- इजरायल
इजरायल ने कहा कि नसरल्लाह कोई आम आतंकवादी नहीं था। जब तक नसरल्लाह जीवित था, वो हिज़्बुल्लाह की ताकत को बढ़ाने के बारे में ही काम करता। इसलिए उसका खात्मा जरूरी हो गया था। ये भी पढ़ें- इजरायल के दुश्मन हुए बेदम, हिजबुल्लाह समेत इन टॉप दुश्मनों का कर डाला सफाया ये भी पढ़ें- अब टॉयलेट जाने से भी डरेगा हिजबुल्लाह! इजरायल के इस खतरनाक प्लान से आतंकी संगठन की हवा टाइट
हसन नसरल्लाह के मरने के बाद अब ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई एक सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं। इस पर इजरायल ने कहा कि इजरायल की सेना कहीं भी किसी भी कोने में पहुंच सकती है। ईरान या मिडिल ईस्ट में ऐसी कोई जगह नहीं है जहां इजरायल के लंबे-लंबे हाथ नहीं पहुंच सकते।
लेबनान में घुसकर हिजबुल्लाह को मारेगा इजरायल
इजरायल ने लेबनान सीमा पर टैंकरस हथियार और सेना के जवानों की तैनाती कर दी है। द टाइम्स ऑफ इजरायल की रिपोर्ट के मुताबिक इजरायली रक्षा बलों (IDF) ने लेबनान सीमा के पार हिजबुल्लाह के ठिकानों को नष्ट करने के लिए छोटे अभियान शुरू कर दिए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि ऐसा लगता है कि इजरायल ने अभी तक यह फैसला नहीं लिया है कि वो लेबनान में पूर्ण जमीनी अभियान शुरू करेगा या नहीं, लेकिन अगर वो ऐसा करता है तो इसका दायरा सीमित हो सकता है। अधिकारियों का कहना है कि लगभग 60,000 विस्थापित इजरायलियों को घर वापस लाने के अपने इजरायल का हिजबुल्लाह के लीडर हसन नसरल्लाह को खत्म करा काफी नहीं है इसलिए अब वो लेबनान में घुसकर एक-एक हिजबुल्लाह के आतंकी को खत्म करेगा। ये भी पढ़ें- क्या है ITC कॉरिडोर जिसने भारत की बढ़ाई टेंशन, पुतिन के हाथ में है खेल की चाबी! ये भी पढ़ें- पेजर अटैक के बाद इजरायल को मिला अल्टीमेटम, 12 महीने के भीतर खाली करना होगा गाज़ा, वरना…