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इजराइल ने किया अब तक का सबसे बड़ा हमला, लेबनान में 700 की मौत, 5 लाख बेघर

Israel-Iran: इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच जबरदस्त जंग छिड़ गई है। इजराइल ने लेबनाल पर सबसे बड़ा हमला कर दिया है। लेबनान में 700 जनों की मौत हो गई और 5 लाख लोग बेघर हो गए। इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच हालिया संघर्ष 2006 के बाद की सबसे गंभीर स्थिति बन गया है।

नई दिल्लीSep 28, 2024 / 10:30 am

M I Zahir

Israel Iran Attack

Israel-Iran: प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भाषण देने के बाद बेरूत पर हमले का आदेश दिया। इस हमले में लेबनान में 700 की मौत, 5 लाख लोग बेघर हो गए। हिजबुल्लाह (Hezbollah)का हेडक्वार्टर सहित छह इमारतें ध्वस्त हुईं, जिसमें छह लोग मारे गए और 90 से अधिक घायल हुए। इजराइल ने लेबनान में चलाए जा रहे ऑपरेशन को “नॉर्दर्न एरोज (Northern Arrows)” नाम दिया है। इजराइल (Israel) ने यह दावा किया है कि यह हमला हिजबुल्लाह के शीर्ष अधिकारियों की बैठक के दौरान किया गया था। इजराइल ने 17 सितंबर को शुरू हुए हमलों के बाद लेबनान में जबरदस्त मिसाइल (airstrikes) हमले किए हैं। इधर इजराइल ने लेबनान में हिजबुल्लाह हैड क्वार्टर पर मिसाइलें दागने से 6 इमारतें ध्वस्त हो गईं व 6 जनों की मौत हो गई।

मानवाधिकारों और मानवीय संकट को भी बढ़ावा

इजराइली सेना ने बंकर ब्लास्टर्स बमों का उपयोग करके हिजबुल्लाह की सुविधाओं को नष्ट करने का प्रयास किया है। इस बीच, इजराइल ने लेबनान सीमा पर अतिरिक्त टैंक और बख्तरबंद वाहन तैनात किए हैं, और जमीनी ऑपरेशन की तैयारी के लिए अपनी सेना को अलर्ट किया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने भी इजराइली हमलों के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई, जिसमें हमले की निंदा की गई। नेतन्याहू ने सीजफायर प्रस्तावों को खारिज करते हुए कहा कि इजराइल ने अपनी सुरक्षा के लिए ये कदम उठाए हैं। यह स्थिति न केवल क्षेत्रीय स्थिरता के लिए चिंता का विषय है, बल्कि मानवाधिकारों और मानवीय संकट को भी बढ़ावा दे रही है।

संयुक्त राष्ट्र में भाषण देने के बाद बेरूत पर हमले का आदेश

प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में भाषण देने के बाद बेरूत पर हमले का आदेश दिया। इस हमले में हिजबुल्लाह का हेडक्वार्टर सहित छह इमारतें ध्वस्त हुईं, जिसमें छह लोग मारे गए और 90 से अधिक घायल हुए। इजराइल ने यह दावा किया है कि यह हमला हिजबुल्लाह के शीर्ष अधिकारियों की बैठक के दौरान किया गया था। इजराइल ने 17 सितंबर को शुरू हुए हमलों के बाद लेबनान में जबरदस्त मिसाइल हमले किए हैं। इधर इजराइल ने लेबनान में हिजबुल्लाह हैड क्वार्टर पर मिसाइलें दागने से 6 इमारतें ध्वस्त हो गईं व 6 जनों की मौत हो गई। नेतन्याहू ने न्यूयॉर्क से फोन पर ऑर्डर दिया।
इजराइली सेना ने बंकर ब्लास्टर्स बमों का उपयोग करके हिजबुल्लाह की सुविधाओं को नष्ट करने का प्रयास किया है। इस बीच, इजराइल ने लेबनान सीमा पर अतिरिक्त टैंक और बख्तरबंद वाहन तैनात किए हैं, और जमीनी ऑपरेशन की तैयारी के लिए अपनी सेना को अलर्ट किया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने भी इजराइली हमलों के बाद राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई, जिसमें हमले की निंदा की गई। नेतन्याहू ने सीजफायर प्रस्तावों को खारिज करते हुए कहा कि इजराइल ने अपनी सुरक्षा के लिए ये कदम उठाए हैं।

मानवाधिकारों और मानवीय संकट को भी बढ़ावा

यह स्थिति न केवल क्षेत्रीय स्थिरता के लिए चिंता का विषय है, बल्कि मानवाधिकारों और मानवीय संकट को भी बढ़ावा दे रही है। इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच हालिया संघर्ष 2006 के बाद की सबसे भयानक लड़ाई बन गई है। गत 17 सितंबर को लेबनान पर हुए हमलों के बाद, इजराइल ने 9 दिनों के दौरान लेबनान में जबरदस्त् मिसाइल हमले किए हैं। इन हमलों में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 5 लाख से अधिक लोग अपने घरों से भागने पर मजबूर हुए हैं। इजराइल ने संयुक्त राष्ट्र संघ में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के भाषण के एक घंटे बाद बेरूत में मिसाइलों से हमला किया। हमले में 6 इमारतें पूरी तरह से नष्ट हो गईं। इनमें एक हिजबुल्लाह का हैड क्वार्टर शामिल है। इस हमले में 6 लोगों की मौत हुई है और 90 से ज्यादा घायल हैं।

जहां हमला किया गया, वहां हिजबुल्लाह के शीर्ष अधिकारी मीटिंग करते थे

एक इजराइली अधिकारी ने कहा कि जहां हमला किया गया, वहां हिजबुल्लाह के शीर्ष अधिकारी मीटिंग करते थे। हमले के समय हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरुल्लाह वहां मौजूद था, इसकी जानकारी नहीं है। इस बीच लेबनान के एक अधिकारी ने बताया कि इजराइल के हमलों के बाद से हिजबुल्लाह चीफ नसरुल्लाह से संपर्क नहीं हो पाया है। हमले के कई घंटे बीतने के बाद भी हिजबुल्लाह ने नसरुल्लाह के ठीक होने के बारे में कोई बयान जारी नहीं किया है। हिजबुल्लाह को लेकर विरोधाभासी सूचनाएं मिल रही हैं। हिजबुल्लाह के एक नजदीकी सूत्र ने बताया था कि नसरल्लाह जिंदा है। इससे पहले ईरान की तस्नीम न्यूज एजेंसी ने भी कहा था कि वे सुरक्षित हैं। इस बीच इजराइली सेना ने कहा है कि उनके हमले में हिजबुल्लाह की मिसाइल यूनिट के कमांडर मुहम्मद अली इस्माइल और डिप्टी होसैन अहमद इस्माइल मारे गए हैं।

बेरूत समेत कई क्षेत्रों पर मिसाइलें दागना जारी

उधर इजराइली सेना का राजधानी बेरूत समेत कई क्षेत्रों पर मिसाइलें दागना जारी है। इजराइल ने बेरूत के दहियाह शहर के निवासियों से फौरन इलाका खाली करने के लिए कहा है। इजराइली सेना का कहना है कि इन जगहों का इस्तेमाल हिजबुल्लाह, इजराइल पर हमले के लिए कर रहा है। इजराइल ने बंकर ब्लास्टर बमों से किया था हमला इजराइली मीडिया का दावा है कि सेना ने हिजबुल्लाह मुख्यालय ध्वस्त करने के लिए बंकर ब्लास्टर्स बम इस्तेमाल किए। ये बम धमाका होने से पहले जमीन में बहुत गहराई तक पहुंचते हैं और फिर विस्फोट होने से अंडरग्राउंड टनल और बंकर को काफी नुकसान पहुंचाते हैं।

हमारे पास स्टील की नसें हैं : नेतन्याहू

इधर इजराइल ने लेबनान सीमा पर अतिरिक्त टैंक और बख्तरबंद वाहन तैनात किए हैं। नेतन्याहू ने सेना को लेबनान में संभावित जमीनी मिशन के लिए तैयार करने का हुक्म दिया है। नेतन्याहू ने बेरूत में इजराइल के हमले के बाद कहा कि हमारे दुश्मन सोचते थे कि हम मकड़ी के जाल की तरह हैं, लेकिन हमारे पास स्टील की नसें हैं। उल्लेखनीय है कि नसरुल्लाह कई बार अपने भाषणों में इजराइल को मकड़ी का जाल बता चुके हैं।

अमेरिका दौरा अधूरा छोड़ कर लौटेंगे नेतन्याहू

जंग शुरू होने और बेरूत में इजराइली हमले के बाद नेतन्याहू ने अपनी अमेरिका यात्रा छोटी कर दी है। उनके कार्यालय की तरफ से जारी एक बयान में इसकी जानकारी दी गई है। इसमें कहा गया है कि प्रधानमंत्री जल्द इजराइल लौट रहे हैं। इजराइल ने राजधानी बेरूत के दहियाह शहर में रहने वाले लेबनानी नागरिकों से फौरन वह जगह खाली करने के लिए कहा है। इजराइली सेना का कहना है कि हिजबुल्लाह इनका इस्तेमाल, इजराइल पर हमले के लिए कर रहा है।

ईरान में खामेनेई ने बुलाई इमरजेंसी मीटिंग

जानकारी के अनुसार बेरूत पर इजराइली हमले के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामेनेई ने शुक्रवार रात अपने घर पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की एक इमरजेंसी मीटिंग रखची थी। बैठक में ईरानी राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने इजराइल के हमले की निंदा की और इसे बुरा वॉर क्राइम बताया। उधर खामेनेई के सलाहकार अली लारीजानी ने कहा कि इजराइल रेड लाइन को क्रॉस कर रहा है। उन्होंने कहा कि लोगों की हत्या से समाधान नहीं निकलेगा। दूसरे लोग उनकी जगह ले लेंगे। इजराइली आतंक का सामना करने के लिए लोग और मजबूती से एकजुट होंगे।

ईरान-इराक मिडिल ईस्ट के लिए श्राप

यून में नेतन्याहू ने कहा- इजराइल और लेबनान में जारी टकराव के बीच इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को यूएन की महासभा में कहा कि वे इस बार यूएनजीए में भाषण नहीं देना चाहते थे, लेकिन इजराइल के बारे में फैलाए जा रहे झूठ ने उन्हें अपने देश का पक्ष रखने के लिए विवश कर दिया। नेतन्याहू का भाषण शुरू होते ही कई देशों के प्रतिनिधि यूएन असेंबली से उठकर चले गए। नेतन्याहू ने कहा, “मैंने पिछले बार एक नक्शा दिखाया था, जिसमें इजराइल और उसके साथी अरब देश एशिया को यूरोप से जोड़ रहे थे, हिंद महासागर को भूमध्य सागर से जोड़ रहे थे।

नेतन्याहू ने किया लेबनान से जंग रोकने का इनकार

इजराइल ने 26 सितंबर को लेबनान में जंग रोकने से इनकार कर दिया। इजराइली प्रधानमंत्री के कार्यालय ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी दी। इसमें कहा गया है कि सीजफायर करने की रिपोर्ट्स गलत हैं। सीजफायर पर नेतन्याहू के इनकार के बाद व्हाइट हाउस ने कहा कि उन्होंने सीजफायर प्रस्ताव की घोषणा से पहले इजराइल के साथ बातचीत की थी। तब उन्होंने इसके लिए सहमति जताई थी। प्रेस सचिव जीन पियरे ने कहा कि बुधवार को इजराइल के पक्ष की सहमति मिलने के बाद ही 21 दिन के सीजफायर प्रस्ताव की घोषणा की गई थी। इसके बाद अमेरिका और फ्रांस ने संयुक्त राष्ट्र संघ में संयुक्त बयान भी जारी किया था, मगर कुछ ही घंटे बाद इजराइल ने इससे इनकार कर दिया।

इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच 18 बरसों में सबसे बड़ी जंग छिड़ी

ध्यान रहे कि अब इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच 2006 के बाद सबसे भयानक लड़ाई छिड़ हुई है। यहां 17 सितंबर को लेबनान पर पेजर अटैक हुआ था। इसके ठीक एक दिन बाद पेजर और वॉकी-टॉकी में भी विस्फोट हुए थे। हिजबुल्लाह और लेबनान ने इजराइल को इन हमलों का जिम्मेदार माना था। इजराइल गत 9 दिनों से लेबनान में मिसाइलें दाग रहा है। इजराइली मिसाइल हमलों के कारण लेबनान में 700 से ज्यादा लोग मारे गए हैं। इसके अलावा 5 लाख से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़कर जाना पड़ा है। इजराइल ने लेबनान में चलाए जा रहे ऑपरेशन को “नॉर्दर्न एरोज” नाम दिया है।

10 हजार रॉकेट दागने का दावा

इजराइली डिफेंस फोर्स ने 23 सितंबर को लेबनान पर सबसे बड़ा हमला किया था। IDF ने हिजबुल्लाह के 1600 ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयर स्ट्राइक की थी। इनमें 10 हजार रॉकेट दागने का दावा किया गया। इस हमले में 569 लोगों की मौत हुई। इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच हालिया संघर्ष 2006 के बाद की सबसे भयानक लड़ाई बन गई है। गत 17 सितंबर को लेबनान पर हुए हमलों के बाद, इजराइल ने 9 दिनों के दौरान लेबनान में जबरदस्त् मिसाइल हमले किए हैं। इन हमलों में 700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 5 लाख से अधिक लोग अपने घरों से भागने पर मजबूर हुए हैं।

नसरुल्लाह के ठीक होने के बारे में कोई बयान जारी नहीं किया

इस बीच लेबनान के एक अधिकारी ने बताया कि इजराइल के हमलों के बाद से हिजबुल्लाह चीफ नसरुल्लाह से संपर्क नहीं हो पाया है। हमले के कई घंटे बीतने के बाद भी हिजबुल्लाह ने नसरुल्लाह के ठीक होने के बारे में कोई बयान जारी नहीं किया है।हिजबुल्लाह को लेकर विरोधाभासी सूचनाएं मिल रही हैं। हिजबुल्लाह के एक नजदीकी सूत्र ने बताया था कि नसरल्लाह जिंदा है। इससे पहले ईरान की तस्नीम न्यूज एजेंसी ने भी कहा था कि वे सुरक्षित हैं। इस बीच इजराइली सेना ने कहा है कि उनके हमले में हिजबुल्लाह की मिसाइल यूनिट के कमांडर मुहम्मद अली इस्माइल और डिप्टी होसैन अहमद इस्माइल मारे गए हैं। उधर इजराइली सेना का राजधानी बेरूत समेत कई क्षेत्रों पर मिसाइलें दागना जारी है। इजराइल ने बेरूत के दहियाह शहर के निवासियों से फौरन इलाका खाली करने के लिए कहा है। इजराइली सेना का कहना है कि इन जगहों का इस्तेमाल हिजबुल्लाह, इजराइल पर हमले के लिए कर रहा है।
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