इज़राइल ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी
ध्यान रहे कि यूरोपियन यूनियन, संयुक्त राष्ट्र, इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, अरब देशों की ओर से युद्ध न करने के लिए कहने के बावजूद इज़राइल ने फिलिस्तीन ( Palestine) और गाजा पर हमले करना बंद नहीं किया है। यहां तक कि मध्यस्थ देशों मिस्र, कतर और अमरका की ओर से सुझाए गए सीज फायर के फार्मूले पर भी इज़राइल ने तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।
हमारी मौत की इच्छा रखने वालों को जवाब देंगे
नेतन्याहू ने कहा, ”मैं कांग्रेस के दोनों सदनों में इज़राइल का प्रतिनिधित्व करने और अमरीका के लोगों और पूरी दुनिया के प्रतिनिधियों को हमारी मौत की इच्छा रखने वालों के खिलाफ हमारे ( Israel) निष्पक्ष युद्ध के बारे में बताने का अवसर पाकर खुश हूं।”
अमरीका के सदन में चौथी बार बोलेंगे नेतन्याहू ( Netanyahu)
नेतन्याहू चौथी बार अमरीकी कांग्रेस के दोनों सदनों के सामने बोलने वाले पहले विश्व नेता बनेंगे। भाषण अगले आठ हफ्तों में या कांग्रेस के अगस्त के अवकाश के बाद होने की उम्मीद है। इससे पहले, नेतन्याहू ने 1996, 2011 और 2015 में अमरीकी सांसदों के सामने बात की थी कि फिलिस्तीन का समर्थन करने वाले कई अमरीकी सांसद इज़राइल के प्रधानमंत्री का बहिष्कार कर सकते हैं।
इज़राइल दुनिया भर के लोगों के निशाने पर
गौरतलब है कि अब तक दुनिया के 146 देश फिलिस्तीन को राज्य के रूप में मान्यता दे चुके हैं। वहीं पिछले कई दिनों से सोशल मीडिया पर #AllEyesOnRafah मुहिम चलने के कारण इज़राइल दुनिया भर के लोगों के निशाने पर आ गया था। अमरीका की कांग्रेस के नेताओं के निमंत्रण के बहाने इज़राइल को अमरीका की संसद में फिलिस्तीन के खिलाफ बोलने का मौका मिल रहा है।