मानवता के खिलाफ अपराध
रिपोर्ट में कहा गया है कि इज़राइल और हमास (Hamas) दोनों ने गाजा युद्ध के शुरुआती चरणों में युद्ध अपराध किए और 12 जून को संयुक्त राष्ट्र की एक जांच में पाया गया कि इज़राइल (Israel) के कार्यों ने भी भारी नागरिक क्षति के कारण मानवता के खिलाफ अपराध का किया। दोनों के हमलों पर रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रकाशित दो समानांतर रिपोर्टों से यह निष्कर्ष निकला है। एक रिपोर्ट 7 अक्टूबर के हमास हमलों पर और दूसरी इज़राइल की सैन्य प्रतिक्रिया पर केंद्रित है। ध्यान रहे कि
इज़राइल-हमास युद्ध चलते हुए अरसा हो गया है।
व्यापक जनादेश
जांच आयोग (COI) के पास सुबूत इकट्ठे करने और इजराइल व कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्रों में किए गए अंतरराष्ट्रीय अपराधों के अपराधियों की पहचान करने का असामान्य रूप से व्यापक जनादेश है। गौरतलब है कि
इज़राइल-हमास युद्ध के दौरान अब तक हजारों बेकुसूर लोगों की मौत हो चुकी है।
काम में बाधा डालता है इजराइल
ध्यान रहे कि इजराइल,जांच आयोग के साथ सहयोग नहीं करता है, जिसके बारे में उसका कहना है कि उसका इजराइल विरोधी पूर्वाग्रह है। जबकि उधर सीओआई का कहना है कि इजराइल उसके काम में बाधा डालता है और जांचकर्ताओं को इजराइल और कब्जे वाले फिलिस्तीन दोनों के क्षेत्रों तक पहुंचने से रोकता है। निष्कर्षों को खारिज किया
जिनेवा में
संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजनयिक मिशन ने निष्कर्षों को खारिज कर दिया। जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र में इजराइल के राजदूत मीरव इलोन शाहर (Meirav Eilon Shahar) ने कहा, सीओआई ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि उसके सभी कार्य इजराइल के खिलाफ एक संकीर्ण नेतृत्व वाले राजनीतिक एजेंडे की सेवा में हैं। उल्लेखनीय है कि
इज़राइल-हमास युद्ध के लिए दोनों पक्ष एक दूसरे को जिम्मेदार बताते हैं।