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क्या ट्रंप के डर से हमास ने किया युद्धविराम? जो बाइडेन ने किया प्लानिंग का खुलासा 

Israel Hamas Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम का ऐलान अमेरिका की तरफ से राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने आधिकारिक पुुष्टि की। सीज़फायर पर अमेरिका, कतर और मिस्र का ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया गया है।

नई दिल्लीJan 16, 2025 / 12:49 pm

Jyoti Sharma

Israel hamas Ceasefire credit goes to Donald trump or Joe Biden

Joe Biden And Donald Trump

Israel Hamas Ceasefire: इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम पर सहमति बन चुकी है। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने इसका ऐलान किया है। इस ऐलान के साथ ही जो बाइ़डेन ने अपने बयान में इसका श्रेय लिया तो वहीं नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) भी इसका क्रेडिट लेने में पीछे नहीं रहे। तो अब सवाल ये उठ रहा है कि इजरायल और हमास के बीच गाज़ा (Gaza) में इस युद्ध का अंत आखिर कराया तो कराया किसने? इसे समझने के लिए जो बाइडेन ने इस शांतिवार्ता की प्लानिंग का जो खुलासा किया है उसके बारे में जानना होगा।

जो बाइडेन ने क्या कहा?

इजरायल और हमास के बीच युद्धविराम की प्रक्रिया की रुपरेखा पेश करते हुए अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि युद्ध के बंधकों को छुड़ाने के लिए और इस जंग को खत्म करने के समझौते को बनाने के लिए कई महीनों का समय लगा था, लेकिन इसे पूरा कर लिया गया। हालांकि ट्रंप के एक दूत ने इसमें मदद की। बाइडेन ने कहा कि इजरायल और हमास के बीच आखिरी समझौता काफी हद तक पिछले साल मई में उनके प्रस्तावित रूपरेखा को दिखाता है। तभी एक रिपोर्टर ने बाइडेन से पूछा कि इतिहास इस युद्धविराम के लिए किसे क्रेडिट देंगी? तो जो बाइडेन मुस्कुरा गए और रिपोर्टर से पूछा कि ‘क्या ये मज़ाक है?’
वहीं बाइडेन ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस से विदाई संबोधन (Farewell Speech of Joe Biden) में कहा कि युद्धविराम की इस योजना को उनकी टीम ने बनाई थी और इस बारे में बातचीत की थी। और अब इसे आने वाले प्रशासन (ट्रंप सरकार) बड़े पैमाने पर लागू करेगी। बाइडेन ने कहा कि इसलिए उन्होंने अपनी टीम से आने वाले प्रशासन को पूरी जानकारी देने के लिए कहा है।

ट्रंप ने मिडिल ईस्ट के बर्बाद होने की दी थी धमकी

जो बाइडेन ने तो अपनी बात कह दी लेकिन जैसे ही इजरायल हमास के सीज़फायर के पुष्टि होने की खबर आई तो बिना देर लगाए डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोशल मीडिया पर प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट कर महीनों तक अटकी रही बातचीत के बाद मिली सफलता का क्रेडिट ले लिया। उन्होंने कहा कि उन्होंने बार-बार चेतावनी दी थी कि अगर शपथ ग्रहण से पहले इजरायल हमास के बीच समझौता नहीं हुआ तो मिडिल ईस्ट बर्बाद हो जाएगा। 
ट्रुथ सोशल पर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि ये ऐतिहासिक युद्धविराम समझौता केवल नवंबर में हमारी ऐतिहासिक जीत की वजह से ही संभव हो सका है, क्योंकि इसने पूरी दुनिया को संकेत दे दिया था कि उनका प्रशासन (ट्रंप सरकार) शांति की तलाश करेगा और सभी अमेरिकियों और उनके सहयोगियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समझौतों पर बातचीत करेगा।

ट्रंप के मिडिल ईस्ट में तैनात दूत ने शांति वार्ता में लिया था हिस्सा

अंतर्राष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने मिडिल ईस्ट में तैनात किए दूत स्टीव विटकॉफ को कतर के दोहा में हुई इस शांतिवार्ता में शामिल होने के लिए भेजा था। विटकॉफ समझौते से पहले की आखिरी 96 घंटों की वार्ता में भी वहां मौजूद थे।
शांतिवार्ता के सफल होने के बाद जब जो बाइडेन ने प्रेस ब्रीफिंग की तो बाइडेन प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस समझौते को पूरा करने में मदद करने का क्रेडिट विटकॉफ को दिया। इन्होंने बाइडेन के दूत ब्रेट मैकगर्क के साथ मिलकर काम किया, जो 5 जनवरी से दोहा में हैं।

बाइडेन चाहते थे ट्रंप की टीम शांतिवार्ता में शामिल हो

डोनाल्ड ट्रंप के मिडिल ईस्ट में नियुक्त किए दूत विटकॉफ और ट्रंप की टीम को शांतिवार्ता में शामिल करने पर व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन-पियरे ने प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि बाइडेन चाहते थे कि ट्रम्प की टीम इसमें शामिल हो, क्योंकि ट्रम्प को युद्धविराम समझौते को लागू करने का काम सौंपा जाएगा।
वहीं बाइडेन ट्रंप के साथ काम करने पर कहा कि वे पिछले कुछ दिनों से एक टीम के तौर पर बातचीत कर रहे हैं। हालांकि बाइडेन ने पहले से जानकारी में रहे समझौते की व्यापक रूपरेखा के अलावा कोई खास जानकारी नहीं दी, लेकिन ये कहा है कि ये इजरायल के साथ-साथ एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य के लिए मंच तैयार कर सकता है।

गाज़ा में अब तक 46 हजार की मौत

बता दें कि इजरायल फिलिस्तीन का दशकों पुराना संघर्ष 7 अक्टूबर, 2023 को खूनखराबे में तब्दील हो गया, जब हमास ने इजरायल पर हमला किया, तब इजरायल में 1200 लोग मारे गए और लगभग 250 बंधक बना लिए गए थे।
वहीं गाज़ा के स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक गाजा पर इजरायल के बाद के सैन्य हमले में 46,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं, जबकि नरसंहार और युद्ध अपराधों के आरोप भी लगे हैं। हालांकि इन आरोपों को इजरायल ने नकार दिया है। हमले ने गाजा की पूरी आबादी को विस्थापित कर दिया है और भूख का संकट पैदा कर दिया है।

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