इज़रायल (Israel) और फिलिस्तीनी आतंकी संगठन हमास (Hamas) के बीच पिछले साल 7 अक्टूबर को शुरू हुआ युद्ध अभी भी जारी है। आज, 2 अगस्त को इस युद्ध को 300 दिन पूरे हो गए हैं। हमास ने इस युद्ध की शुरुआत की थी, लेकिन जब इज़रायल ने अपनी जवाबी कार्रवाई की, तो हमास पूरी तरह से बिखर गया। इज़रायली सेना ने गाज़ा (Gaza) और आसपास के फिलिस्तीनी इलाकों में काफी तबाही मचाई जिससे 40 हज़ार से ज़्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इज़रायल ने हमास के हज़ारों आतंकियों को भी ढेर किया है और इसके कई अहम लोगों को भी। लेकिन 31 जुलाई को इज़रायल ने हमास से जुड़े एक बेहद ही अहम व्यक्ति का खात्मा कर दिया। इज़रायल ने हमास की पॉलिटिकल विंग के चीफ इस्माइल हनियेह (Ismail Haniyeh) को ईरान (Iran) की राजधानी तेहरान (Tehran) में मार गिराया।
हनियेह की मौत हमास के लिए एक बड़ा झटका और इज़रायल के लिए बड़ी कामयाबी है। लेकिन क्या आपको पता है कि हनियेह को मार गिराने की तैयारी 2 महीने पहले ही कर ली गई थी? जी हाँ, आपने सही पढ़ा।
दो महीने पहले ही पहुंच गया था हनियेह की मौत का पैगाम
हनियेह की मौत बम धमाके की वजह से हुई है। दरअसल हनियेह तेहरान में जिस गेस्ट-हाउस में ठहरा हुआ था, वहाँ एक बम धमाके में हनियेह की मौत हो गई। नेशहत नाम का वो गेस्ट हाउस ईरान की इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) का गेस्ट-हाउस है और पूरी तरह से आईआरजीसी की सुरक्षा में भी है, फिर भी वहाँ बम पहुंच गया और धमाके में हनियेह का खात्मा भी कर दिया। लेकिन क्या आपको पता है कि उस गेस्ट-हाउस में बम आया कहाँ से? दरअसल वो बम करीब 2 महीने पहले ही उस गेस्ट-हाउस में पहुंच गया था। बम इज़रायल की तरफ से ही वहाँ स्मगल करके पहुंचाया गया था।
पूरी प्लानिंग के साथ की हनियेह की हत्या
हनियेह की मौत जिस बम धमाके की वजह से हुई, वो रिमोट से कंट्रोल होता था और उसे नेशहत गेस्ट हाउस में स्मगल करके प्लांट कर दिया गया था। यह पूरी प्लानिंग के तहत किया गया था। हनियेह जब वहाँ पहुंचा, तब सही मौका देखकर रिमोट से बम को एक्टिवेट करते हुए धमाका कर दिया गया। हनियेह नेशहत गेस्ट हाउस के खास कंपाउंड में ठहरा हुआ था। बम धमाका इतना जोर का था कि कंपाउंड की दीवार तक ढह गई और खिड़कियाँ भी टूट गई। इस धमाके में हनियेह बच नहीं पाया। उसकी सुरक्षा में तैनात आईआरजीसी का एक सुरक्षाकर्मी भी इस धमाके में मारा गया।
ईरान भी हैरान
ईरान भी इस बात से हैरान है कि इतनी सुरक्षा के बावजूद भी हनियेह को मारने के लिए नेशहत गेस्ट हाउस में बम प्लांट कैसे किया गया और इस मिशन को अंजाम कैसे दिया गया। हालांकि इज़रायल ने यह कैसे किया, यह अभी एक राज़ ही है और बहुत ही चुनिंदा लोग ही इस बारे में जानते हैं। लेकिन इज़रायल ने पूरी प्लानिंग के तहत हनियेह को मार गिराया और वो भी ईरान में, जो एक बेहद ही बड़ी बात है।
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