पिछले साल जब पूृरी दुनिया कोरोना महामारी के दौर से गुजर रही थी, तब ईरान के टॉप परमाणु वैज्ञानिक की सनसनीखेज तरीके से हत्या कर दी गई थी। इस हैरान कर देने वाली घटना ने दुनियाभर के लोगों को न सिर्फ हिला कर रख दिया बल्कि यह भी सोचने को मजबूर कर दिया कि आखिर उन्हें किसने और किस तरह मारा होगा।
27 नवंबर 2020 को ईरानी परमाणु वैज्ञानिक मोहसिन फखरीजादेह की हत्या कर दी गई थी। इस हत्या को जिस तरह अंजाम दिया गया, वह तकनीक की दुनिया में मिसाल है। फिलहाल न्यूयार्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है मोहसिन फखरीजादेह की हत्या इजराइल की खुफिया एजेंसी मोसाद ने स्नाइपर सेटेलाइट की मदद से की थी। यह हत्या सैंकड़ों मील दूर बैठकर अंजाम दी गई। यानी हत्यारा सैंकड़ों मील दूर बैठकर ट्रिगर दबाया और मोहसिन की मौत हो गई।
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मोहसिन फखरीजादेह को ईरान के परमाणु कार्यक्रम का प्रमुख माना जाता है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मोहसिन फखरीजादेह की हत्या किलर रोबोट मशीनगन से की गई। इसके लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और कैमरों का इस्तेमाल किया गया। मोसाद ने स्नाइपर सेटेलाइट की मदद से सैंकड़ों मील दूर एक अज्ञात ठिकाने से इस घटना को अंजाम दिया था। फखरीजादेह की कार जिस रास्ते से गुजर रही थी वहां एक ट्रक पहले से उनका इंतजार कर रहा था। अत्याधुनिक तकनीक से लैस इस ट्रक में फखरीजादेह पर गोलिया बरसाने वाली मशीनगन लगी थीं। इस रिपोर्ट में अमरीकी, इजराइली और ईरानी अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि मोहसिन की हत्या के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का इस्तेमाल हुआ। मौके से मिलने वाली जानकारी और स्नाइपर के ऐक्शन को लेकर 1.6 सेकेंड के अंतर का ध्यान भी रखा गया था। इसके अलावा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ने गोलियां चलने से लेकर मोहसिन की चलती हुई कार पर भी नजर रखी थी। माना जा रहा है कि इसी वजह से कार में बैठी मोहसिन की पत्नी को गोली नहीं लगी थी।
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