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‘मुसलमानों कमर कस लो…’, इजरायल से निपटने के लिए ईरान ने मुस्लिम देशों से ये क्या कह दिया

Iran Israel: इजरायल से लड़ने के लिए ईरान मुस्लिम देशों को एकजुट कर रहा है। पहले OIC देशों से ईरान ने इजरायल के खिलाफ एक साथ आने को अपील की थी लेकिन अब तो ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामनेई ने मुस्लिम देशों को लेकर एक बड़ा ऐलान कर दिया है।

नई दिल्लीOct 04, 2024 / 04:09 pm

Jyoti Sharma

Iran Supreme Leader Ali Khamenei on Muslim countries to fight Israel

Iran Israel: मिडिल ईस्ट में तनाव अब बढ़ते-बढ़ते अपने चरम पर पहुंच गया है। ईरान और इजरायल दोनों देश एक दूसरे पर हमला करने की तैयारी कर रहे हैं। इजरायल के साथ अमेरिका (USA) आ गया है तो ईरान काफी कमजोर पड़ता दिखाई दिया, लेकिन अब ईरान ने मुस्लिम देशों (Islamic Countries) को एक साथ लाकर इजरायल के खिलाफ हमला बोलने की तैयारी कर ली है। ईरान के सुप्रीम लीडर अली खामनेई (Ali Khamenei) ने फिर से मुस्लिम देशों को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है।अयातुल्ला सैय्यद अली खामेनेई ने सेंट्रल तेहरान में इमाम खुमैनी के ग्रैंड मोसल्ला में प्रार्थना का नेतृत्व करने के बाद कहा कि ईरान के मिसाइल हमले इजरायल के लिए सबसे कम सजा है। उन्होंने हमास और हिजबुल्लाह जैसे इजरायल विरोधी मिलिशिया समूहों के लिए समर्थन किया। खामनेई ने इसे एक इस्लामी कर्तव्य बताया। 

‘मुसलमानों कमर कस लो…’

मुस्लिम देशों को लेकर अली खामनेेई ने कहा कि मुसलमान अब लापरवाह नहीं रहेंगे और उन्हें अपनी सुरक्षा की कमर कसनी होगी। मुसलमानों के लिए कुरान की नीति यह है कि इस्लामी सरकारों को एक-दूसरे के साथ एकजुटता में रहना चाहिए। अगर आपमें यह एकजुटता है, तो ईश्वर का सम्मान आपका है, और आप अपने दुश्मनों पर विजयी होंगे… दुश्मन की नीति फूट डालो और राज करो की है। उन्होंने मुस्लिम देशों में इन नीतियों को अलग-अलग तरीकों से लागू किया, लेकिन आज, राष्ट्र जाग गए हैं। आज वो दिन है जब आप इस्लाम और मुसलमानों के दुश्मनों की इस चाल पर काबू पा सकते हैं। 
ईरान के सर्वोच्च नेता ने इजरायल को धमकी देते हुए कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो ईरान फिर से फिलिस्तीन पर हमला करेगा। खामेनेई ने कहा फिलिस्तीनी राष्ट्र को उस दुश्मन के खिलाफ खड़े होने का अधिकार है, जिसने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है और उसका जीवन बर्बाद कर दिया है। फिलिस्तीनियों की रक्षा करना वैध है और उनकी मदद करना भी वैध है।

हमास का इजरायल पर हमला बिल्कुल जायज

वहीं 7 अक्टूबर, 2023 के हमास के इजरायल पर हमले को लेकर कहा कि अल-अक्सा स्टॉर्म ऑपरेशन एक वैध कदम था और फिलिस्तीनी सही थे। गाजा के लेबनानी लोगों की रक्षा एक वैध और कानूनी कदम है। हमारे सशस्त्र बलों का शानदार ऑपरेशन पूरी तरह से वैध और वैध था। 
ईरान ने इस सप्ताह की शुरुआत में 1 अक्टूबर को इजराइल के ठिकानों पर लगभग 200 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं। यह हमला पिछले सप्ताह बेरूत में हिजबुल्लाह महासचिव हसन नसरल्लाह की हत्या और 31 जुलाई को तेहरान में हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनीयेह की हत्या के बाद किया गया।

इजरायल ने खाई बदला लेेने की कसम

इजराइली सेना की रिपोर्ट के अनुसार, 180 प्रोजेक्टाइल की बौछार से कोई हताहत नहीं हुआ क्योंकि अधिकांश मिसाइलों को रोक दिया गया। ईरान ने दावा किया कि वह तेल अवीव में तीन सैन्य ठिकानों को निशाना बना रहा था। अल जज़ीरा के अनुसार, इजरायल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करने का संकल्प लिया और कहा कि ईरान ने “बड़ी गलती की है और इसकी कीमत चुकाएगा”, जबकि अमेरिका अपने करीबी सहयोगी के पीछे खड़ा हो गया।
राष्ट्रपति जो बिडेन ने व्हाइट हाउस में कहा, “कोई गलती न करें, संयुक्त राज्य अमेरिका पूरी तरह से इजरायल का समर्थन करता है,” उन्होंने कहा कि वह हमले की प्रतिक्रिया पर चर्चा कर रहे थे।
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