जिब्रान राकाबुमिंग राका ने भी उप राष्ट्रपति पद की शपथ ली (World News In HIndi)
प्रबोवो ने शपथ के दौरान इंडोनेशियाई लोगों की सेवा करने का संकल्प लिया। इसके अलावा राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में नए राष्ट्रपति ( Indonesia President) ने कहा, हम राष्ट्र और राज्य के हितों को हर चीज से ऊपर रखेंगे। इस खास मौके पर देश के पूर्व रक्षा मंत्री प्रबोवो सुबियांतो ने मुस्लिमों के पवित्र धर्म ग्रंथ ‘कुरान’ पर हाथ रख कर राष्ट्रपति पद की शपथ ली।
इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में प्रबोवो सुबियांतो के शपथ समारोह में 40 से ज्यादा देशों के नेता और वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इसमें भारत, फ्रांस, अमेरिका, सऊदी अरब, रूस, ब्रिटेन, दक्षिण कोरिया, चीन व ऑस्ट्रेलिया समेत अन्य देश शामिल हैं। इस दौरान 37 साल के जिब्रान राकाबुमिंग राका ने भी उप राष्ट्रपति पद की शपथ ली। इससे पहले वो सुरकार्ता के मेयर रह चुके हैं। वहीं सुबियांतो ने विडोडो के बेटे को उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार चुना।
टिकटॉक वीडियो ने प्राबोवो सुबियांतो को दिलाई जीत (Indonesia News)
इंडोनेशिया के नए राष्ट्रपति प्राबोवो सुबियांतो को मानवाधिकारों के हनन का आरोपी माना जाता है। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक साल 1990 में उन्होंने एक दल का नेतृत्व किया था, जिन्होंने कई लोकतंत्र कार्यकर्ताओं का अपहरण किया और उन्हें काफी प्रताड़ित किया। लगभग 23 लोगों को पकड़ा गया था, जिसमें से कुछ बच गए, एक जने की मौत हो गई और 13 लापता हो गए। वहीं बीते चुनाव में प्रबोवो सुबियांतो ने भड़काऊ भाषण दिया था। हालांकि, इस बार उन्होंने खुद को टिकटॉक पर एक प्यारे दादा के रूप में पेश किया और युवा लोगों के दिल में जगह बनाने में कामयाब हुए।
PM मोदी का आभार जताया
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्राबोवो के शपथ समारोह में विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा भी शामिल हुए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Modi) की ओर से दोनों नेताओं को शुभकामनाएं दीं। इस पर राष्ट्रपति प्राबोवो ने प्रधानमंत्री मोदी को उनकी शुभकामनाओं के लिए आभार व्यक्त किया। अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान मार्गेरिटा ने इंडोनेशिया में मौजूद प्रमुख भारतीय कंपनियों के सीईओ से भी बातचीत की। विदेश मंत्रालय ने कहा, इंडोनेशिया भारत का एक व्यापक रणनीतिक साझेदार है। इंडोनेशिया के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के उद्घाटन समारोह के लिए विदेश राज्य मंत्री की यात्रा इस बात की पुष्टि करती है कि भारत एक करीबी साझेदार और समुद्री पड़ोसी के रूप में इंडोनेशिया के साथ अपने संबंधों को कितना महत्व देता है।
भारत और इंडोनेशिया कनेक्शन
भारतीय इंडोनेशियाई हैं, जिनके पूर्वज मूल रूप से भारतीय उपमहाद्वीप से यहां पहुंचे थे। इसलिए, इस शब्द को न केवल इंडोनेशियाई भारतीयों बल्कि अन्य दक्षिण एशियाई वंशों वाले इंडोनेशियाई लोगों के लिए भी एक व्यापक शब्द माना जा सकता है। भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, वहाँ भारतीय मूल के लगभग 120,000 लोगों के साथ-साथ 9,000 भारतीय नागरिक रहते और काम करते हैं।